Ayurveda Tips Hindi: अक्सर आपने भी सुना होगा कि खाना खाने के पहले और उसके बाद के कई सारे नियम होते हैं। जिनका पालन करना एक स्वस्थ शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। लेकिन कई बार हम जाने अनजाने में इन नियमों का उल्लंघन कर देते हैं। इनमें से खड़े खड़े खाना खाना, खाने के तुरंत बाद सो जाने या फिर खाना खाने के तुरंत बाद नहा लेने जैसी गलतियां शामिल हैं। हालांकि इन गलतियों का नकारात्मक असर एकदम से नहीं पड़ेगा मगर वक्त गुजरते के साथ इनके कारण आपको बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
आप क्या खाते हैं, कैसे खाते हैं, कितना खाते हैं, खाने से पहले और बाद में किस तरह का रूटीन फॉलो करते हैं। सब कुछ एक स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी होता है। अब दिक्कतों के बारे में सभी को पता है, मगर इसके पीछे की वजह को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। जिसके कारण हम समय रहते स्थिति की गंभीरता को समझ नहीं पाते हैं। इसलिए किसी भी समस्या से छुटकारा पाने के लिए जरूरी है इसके होने के कारण को जानना और सुधार करना।
क्यों खाने के बाद नहाना है बेहद गलत
पाचन संबंधी दिक्कतों का सामना हर किसी को करना पड़ता है। लेकिन आपकी रोजमर्रा की गलतियों की वजह से जब ये दिक्कत और बढ़ जाए तो यह गलत है। आयुर्वेद के अनुसार जब आप खाना खाते हैं तो आपके पेट में उसे पचाने के लिए गर्मी पैदा होती है। और जब आप एकदम से नहा लेते हैं, तो इसके कारण अप्राकृतिक ढंग से आपके शरीर का तापमान पाचन क्रिया के बीच में ही ठंडा हो जाता है। जिससे पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, तथा खाने के सारे पोषण भी नष्ट हो जाते हैं।
इसी के साथ यह जानना भी जरूरी है कि खाने को पचाने के लिए अत्यधिक मात्रा में एनर्जी और रक्त प्रवाह जरूरी होता है। और नहा लेने से इस प्रवाह पर भी बुरा असर पड़ता है। यानी कि जिस अंग को जितनी मात्रा में रक्त और ऊर्जा चाहिए होती है उतनी नहीं मिल पाती, क्योंकि वो पानी के प्रवाह से बिखर जाती है। तथा ऐसे में आपको चक्कर या बेहोशी जैसी समस्याओं का अनुभव भी हो सकता है।
आयुर्वेद क्या कहता हैं?
आयुर्वेद एक्सपर्ट्स बताते हैं कि खाना खाने के तुरंत बाद नहाने से आपका रक्तचाप और शरीर में होने वाले अन्य सर्कुलेशन धीरे हो जाते हैं। जिसके कारण खाने पचाने के लिए जितनी गर्मी की आवश्यकता होती, तो पूरी नहीं हो पाती। इसलिए अच्छी पाचन तंत्र बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप खाना खाने के लगभग 1 से 3 घंटे पहले नहाएं या फिर 1 से 1.5 घंटे के बाद।
गर्म पानी से नहाना हो सकता है थोड़ा बेहतर
हालांकि यह समझना भी जरूरी है कि गर्म पानी से नहाना ठंडे पानी की तुलना में बेहतर हो सकता है। इस प्रक्रिया को हाइपर्थर्मिक क्रिया कहते हैं, जो आपके इम्यून सिस्टम, नर्वस सिस्टम और अन्य ग्रंथियों के लिए आरामदायक मानी जाती है। साथ ही ये आगे चलकर शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में भी मदद करती है।
लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप खाना खाते से ही नहा लें। शरीर को प्राकृतिक रूप से ठंडा होने का समय देना आवश्यक है। नहीं तो आप बहुत आसानी से मोटापे, अपचन, वजन बढ़ने जैसी समस्याओं का शिकार बन जाएगे।