- आज के समय में बहुत ही कम बच्चे ऐसे होंगे जिन्हें फोन या दूसरे गैजट्स इस्तेमाल करने की आदत ना हो
- ज्यादातर पेरेंट्स इसी बात से दुखी रहते हैं कि उनका बच्चा हर वक्त फोन में लगा रहता है
- ऑनलाइन एजुकेशन ने बच्चे की फोन की लत और बढ़ा दी है
Child Is Addicted Of Using Phone: भले ही आज इंटरनेट और स्मार्टफोन ने हमारी जिंदगी आसान कर दी हो, लेकिन इसके कई साइड इफेक्ट भी देखा जा रहा है। और सबसे ज्यादा इसका असर बच्चों पर नजर आ रहा है। आज के समय में बहुत ही कम बच्चे ऐसे होंगे जिन्हें फोन या दूसरे गैजट्स इस्तेमाल करने की आदत ना हो। ज्यादातर पेरेंट्स इसी बात से दुखी रहते हैं कि उनका बच्चा हर वक्त फोन में लगा रहता है। जब से लॉकडॉउन शुरू हुआ और इसकी वजह से बच्चों की ऑनलाइन एजुकेशन शुरू हुई है तब से मोबाइल की आदत बढ़ती ही जा रही है। यह आदत धीरे-धीरे लत बनती जा रही है। मोबाइल की लत बच्चों का विकास रोक रहा है। इसके साथ ही उनकी मानसिक परेशानियां भी बढ़ा रहा है, ऐसे में मां बाप बच्चों की यह लत छुड़ाने के लिए परेशान रहते हैं, क्योंकि मोबाइल में कई तरह की चीजें होती हैं। कुछ अच्छी होती है तो कुछ बुरी भी होती है और जब पेरेंट्स उन्हें इसके लिए रुकते हैं या सख्त होते हैं तो बच्चे और जिद्दी बन जाते हैं। ऐसे में कुछ ट्रिक अपनाकर बच्चों की फोन की लत को दूर किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें: कड़वा है पर अच्छा है! 5 कड़वी चीजें जो अच्छी सेहत के लिए आपको नियमित खानी चाहिए
बंद कर दें इंटरनेट
अगर आपका बच्चा मोबाइल की लत धीरे-धीरे पकड़ रहा है, तो आपको पहले ही सावधान हो जाना चाहिए। ऐसे में बच्चे को मोबाइल यूज़ करते देख आप सबसे पहले इंटरनेट बंद कर दें। इंटरनेट बंद करने के बाद आपका बच्चा कुछ देर मोबाइल देखेगा और फिर कुछ देर में मोबाइल छोड़ देगा, क्योंकि बिना इंटरनेट से उसे कुछ नहीं दिखेगा और वह बोर हो जाएगा।
गेम खेलने के लिए बच्चों को करें प्रेरित
इसके अलावा बच्चे को मोबाइल से दूर करना चाहते हैं तो उसे आउटडोर व इंडोर गेम में बिजी रखें। इसके जगह आप बच्चे को लूडो, क्रिकेट, फुटबॉल जैसे गेमों को खेलने के लिए प्रेरित करें। इससे बच्चे का ध्यान मोबाइल से हटेगा।
ये भी पढ़ें: खाना खाने के बाद अगर आप भी करते हैं ये काम तो तुरंत बदल दें, हो सकती है गंभीर बीमारी
क्वालिटी टाइम स्पेंड करें
इसके अलावा बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करें। उनके साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें। बच्चों को घर के कामों में व्यस्त करें, जैसे- घर डेकोरेशन व बच्चों के साथ मस्ती, मजाक इन चीजों में बच्चों को इन्वॉल्व करें।