- 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती
- पराक्रम दिवस के तौर पर देशवासी उनके जन्म जयंती को मनाते हैं
- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में नेताजी का अमूल्य योगदान
नेताजी के लापता होने के लगभग पांच महीने बाद पहली बार रंगून में नेताजी जयंती मनाई गई थी। हर साल, इस दिन, भारत सरकार नेताजी और भारतीय स्वतंत्रता के प्रति उनके योगदान को श्रद्धांजलि देती है। 2021 में, नेताजी जयंती को पहली बार पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया।भारत के प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती हर साल 23 जनवरी को नेताजी जयंती के रूप में मनाई जाती है।
पराक्रम दिवस के लिए कुछ खास शुभकामना संदेश
पराक्रम दिवस 2022 के अवसर पर, इस दिन दूसरों को बधाई देने के लिए शुभकामनाएं और संदेश यहां दिए गए हैं।प्रत्येक भारतीय को पराक्रम दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आइए हम सबसे प्रेरक स्वतंत्रता सेनानी को सलाम करते हैं जिन्होंने भारत की आजादी के लिए बड़े साहस के साथ लड़ाई लड़ी।पराक्रम दिवस के अवसर पर, आइए हम नेताजी से प्रेरणा लें और अपने देश के लिए लड़ें और हमारे देश के लिए सबसे अच्छा क्या है। सभी को पराक्रम दिवस की शुभकामनाएं।
लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाएगा
मैं रहूं या न रहूं पर ये वादा है तुमसे मेरा कि
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा
हौसला बारूद रखते हैं
वतन के कदमों में जान मौजूद रखते हैं
हस्ती तक मिटा दे दुशमन की
हम फौजी हैं फौलादी जिगर रखते हैं
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर लें
जिसमें बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे
देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर लें
पराक्रम पर्व की शुभकामनाएं…
जिस व्यक्ति के अंदर ‘सनक’ नहीं होती
वो कभी महान नहीं बन सकता.
लेकिन उसके अंदर, इसके आलावा भी
कुछ और होना चाहिए...