जैसलमर : कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडान ने दुनिया के कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को वीरान कर दिया है। ऐसा ही पर्यटन स्थल भारत में राजस्थान का शहर जैसलमेर भी है, जिसे 'स्वर्णनगरी' के नाम से जाना जाता है। कोरोनाकाल में कई तरह की पाबंदियों और पर्यटकों की आमद कम होने से यहां भी वीरानी छा गई, पर यहां फिर से उमंगों की बारिश होने वाली है। यहां 24 फरवरी से मरु महोत्सव की शुरुआत हो रही है।
जैसलमेर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले मरु महोत्सव को लेकर यहां जोरशोर से तैयारियां की जा रही हैं। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले इस महोत्सव के आयोजन को टालने का फैसला लिया था, लेकिन जनता की मांग पर इसके आयोजन की अनुमति दे दी गई है। जैसलमेर में मरु महोत्सव 24 फरवरी से शुरू होगर 27 फरवरी तक चलेगा, जिसमें बड़ी संख्या में सैलानियों के जुटने की उम्मीद है।
जोरशोर से की जा रही तैयारी
मरु महोत्सव का थीम इस बार 'नया साल-नई उम्मीद-नया जोश' रखा गया है और इसी के आधार पर तैयारियां की जा रही हैं। शहर में ऐसी पेंटिंग्स बनाई जा रही है, जो थीम के अनुकूल हों। जगह-फव्वारों, स्ट्रीट लाइट की भी व्यवस्था की जा रही है और साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जा रहा है, ताकि यहां आने वाले सैलानी सुखद महसूस कर सकें। प्रशासन पूरी सक्रियता के साथ महोत्सव की तैयारियों में जुटा है।
मरु महोत्सव को ध्यान में रखते हुए शहरभर में साज-सज्जा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। जैसलमेर की पहचान बन चुके पीले पत्थरों की तर्ज पर पूरे शहर की दीवारों को पीले रंग से पेंट किया जा रहा है। स्थानीय लोगों से भी अपने घर को इस दौरान सजाने और घर के सामने रंगोली बनाने की अपील की गई है। इस दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा, जिसका आनंद सैलानी उठा सकेंगे।