- कोविड के दौर में प्रेग्नेंट महिलाएं विशेष रुप से रखें अपना ख्याल
- किसी तरह का बुखार है तो पैनिक ना हों और अपने डॉक्टर से संपर्क करें
- अपने बॉडी टेम्प्रेचर की हमेशा निगरानी करते रहें
कोरोना वायरस का खतरा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। कोरोना महामारी के इस दौर में आम लोगों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को भी खास सावधानी बरतने की जरूरत है। चूंकि उनके साथ दो-दो जिंदगियों का सवाल है ऐसे में उन्हें विशेष रुप से खुद का और अपने बच्चे का ध्यान रखना चाहिए। जानिए ये जरूरी बातें-
अच्छी डाइट और नींद
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए सबसे जरूरी है सही डाइट और सही नींद जिसका सीधा असर पेट में पलने वाले बच्चे पर भी पड़ता है। कोविड के दौर में अगर आप प्रेग्नेंट हुई हैं तो स्ट्रेस बिल्कुल भी ना लें और 8 घंटे की भरपूर नींद लें साथ ही पौष्टिक आहार वाली डाइट लें और खुश रहना सीखें।
बुखार हो तो क्या करें
अगर आप गर्भवती महिला हैं और आपको बुखार जैसा फील हो रहा है या फिर सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। और हां सबसे जरूरी ये है कि पैनिक ना हों। हेल्थकेयर से संपर्क करें। अगर संक्रमित हो चुकी हैं तो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी आइसोलेशन वार्ड मौजूद हैं वहां जाकर आप डॉक्टर की देखरेख में खुद का खयाल रख सकते हैं।
सैनिटाइजेशन का रखें खयाल
अपने हाथों को अल्कोहल युक्त साबुन से दिन में कई बार 20 सेकेंड से भी अधिक समय तक धोएं। अगर आप ऐसी जगह हैं जहां पानी की कमी है तो अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। कुछ भी काम करने से पहले और बाद में सैनिटाइजर का इस्तेमाल अवश्य करें। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। खाने का बर्तन व पहनने वाले कपड़े अच्छे साफ सुथरे होने चाहिए। इसके साथ ही आपका रहने का स्थान भी सैनिटाइज्ड होना चाहिए।
संक्रमण को लेकर सावधानी
संक्रमण के बारे में अपने आप को जागरुक रखें। पैनिक ना हों। साधारण फ्लू और कोरोना वायरस में अंतर को समझें, दोनों के लक्षणों पर गौर करें। अगर आपको किसी प्रकार के कोई लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें। बॉडी तापमान चेक करवाते रहें। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। अगर किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में गलती से आ भी गए हैं तो अपनी तापमान की निगरानी रखें इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेते रहें और खुद को आइसोलेट करें।
इन गाइडलाइंस का करें पालन
सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें। अनजान लोगों से मिलने से परहेज करें। खांसी जुकाम से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने से बचें। सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करें। अल्कोहल युक्त साबुन से अपने हाथ दिन में कई बार धोएं। सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहें। परिवार के संपर्क में रहें। खुद का और अपने पेट में पल रहे अपने बच्चे का खयाल रखें। अपनी डाइट का विशेष रुप से खयाल रखें। बाहर निकलें तो मास्क पहनकर निकलें। हाथों में ग्लव्स पहनें।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)