- हर साल दो अक्टूबर को देश भर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है
- 2 अक्टूबर को हर साल अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है
- स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में गांधी का योगदान अतुलनीय है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता
Gandhi Jayanti 2021 Wishes Quotes, Images, Shayari, Messages: हर साल दो अक्टूबर को देश भर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में गांधी का योगदान अतुलनीय है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। आंदोलन के लिए 'अंहिसा' के मार्ग का रास्ता अपनाने वाले महात्मा गांधी ने देशवासियों को दूर तक प्रभावित किया।
Gandhi Jayanti 2021 Quotes: इन Wishes और Images से दें गांधी जयंती की बधाई, शानदार Status लगाएं
बापू के विचारों के सम्मान में 2 अक्टूबर को हर साल अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है। महात्मा गांधी की जयंती पर लोग शुभकामना संदेश और शायरी के जरिए मुबारबाद देते है। आप भी इन तस्वीरों और संदेशों के जरिए शुभकामना संदेश और मुबारकबाद भेज सकते है।
अमर ज्योति जलती रहे,
तेरे पदचिन्हों पर बापू,
दुनिया सारी चलती रहे।
सच्चाई का शस्त्र लेकर,
और अहिंसा का अश्त्र लेकर,
तूने देश अपना बचाया ,
गोरों को था दूर भगाया,
दुश्मन से प्यार किया,
मानव पर उपकार किया,
गाँधी करते तुझे नमन,
तुझे चढ़ाते प्रेम-सुमन।
त्याग विदेशी वस्त्र उसने खुद ही खादी बनाया था
पहन के काठ के चप्पल जिसने आजादी का गीत गाया था
देश का था वो अनमोल दीपक जो महात्मा कहलाया था।
Gandhi Jayanti 2021 Quotes: गांधी जी के ये 10 प्रेरक विचार
अंग्रेजों के सामने झुके नहीं,
ख़ुद से उनको ये आस था,
शरीर में ताकत नहीं थी,
पर मन में आजादी का विश्वास था।
न गोले बरसाये उन्होंने
न बन्दूक चलाई थी
सत्य-अहिंसा के बल पर ही
दुश्मन को धूल चटाई थी।
महानायक वो आजादी का
अटल अहिंसावादी था,
गोरों को भारत से मार भगाया
जिसके तन पर वस्त्र खादी था।
सत्य और अहिंसा के ताकत को जिसने समझाया,
इसका प्रयोग कर पूरी दुनिया को दिखाया।
राष्ट्रपिता गांधी जी,
महात्मा गांधी जी,
साबरमती के संत भी कहलाते है गांधी जी,
बिना शस्त्र उठाये देश को आजादी दी
अहिंसा की राह पर सदा चले गांधी जी।
दे दी हमे आज़ादी
बिना खडग बिना ढाल
साबरमती के संत
तूने कर दिया कमाल।
अहिंसा का पुजारी,
सत्य की राह दिखने वाला,
ईमान का पाठ पढ़ा गया हमें,
वो बापू लाठी वाला।
सीधा-साधा वेश था, ना कोई अभिमान
खादी की एक धोती पहने बापू की थी शान
अहिंसा का पुजारी सत्य की राह दिखाने वाला
ईमान का पाठ पढ़ा गया हमें वो बापू लाठी वाला
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था
त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था
पहन के काठ के चप्पल जिसने सत्याग्रह का राग सुनाया था
खादी मेरी शान है
करम ही मेरी पूजा है
सच्चा मेरा कर्म है
और हिंदुस्तान मेरी जान है
गाँधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं