- 18 सितंबर को सुहागिन महिलाएं जीवित पुत्रिका व्रत भी रखेंगी।
- महिलाएं ये व्रत संतान प्राप्ति और उसकी सुख शांति दोनों के लिए रखती हैं।
- इस दिन मां निर्जला व्रत रखकर नहाए खाए के साथ व्रत का पारण करती हैं।
Happy Jitiya Vrat 2022 Wishes Images, Messages, Photos, and Status: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जीवित्पुत्रिका व्रत हर साल अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रखा जाता है। इस दिन महिलाएं अपने बच्चों के लिए व्रत रखती हैं। अलग-अलग जगहों पर इस पर्व को अलग नाम से जाना जाता है। इस साल जितिया का व्रत 18 सितंबर यानी रविवार को रखा जाएगा। वहीं, अगले दिन यानी सोमवार 19 सितंबर को सूर्योदय के बाद नहाए खाए के साथ व्रत का समापन हो जाएगा। इस व्रत को कहीं जितिया, तो जिउतिया भी कहा जाता है। तो आप भी बिना देरी किए रिश्तेदारों और जानने वालों को इन मजेदार मैसेज, कोट्स, शायरी, मंत्रों और तस्वीरों के जरिए जीवित्पुत्रिका व्रत की शुभकामनाएं भेजें।
जीवन में सभी कष्टों और संकटों से आपकी रक्षा हो।
Happy Jivitputrika Vrat
आप सभी को जितिया पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।
आपकी तपस्या सफल हो।
Happy Jitiya 2022
आप सभी को महान पर्व जितिया की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ
हो लम्बी आयु
बढ़ाए परिवार का मान
मां रख रही है व्रत
तुम करो कुल का गुणगाण
Happy Jitiya 2022
अश्वत्थामा की गलती को
कृष्ण ने था सुधारा
एक अभागी मां को
मिला था सहारा
जीवित्पुत्रिका व्रत की शुभकामनाएं और ढेर सारी बधाई।
जितिया व्रत पर आप सबको बधाई।
आपके घर में सुख शांति, समृद्धि का वास हो आपकी संतान दीर्घायु हो।
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा बसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि।
जीवित्पुत्रिका व्रत की शुभकामनाएं
जीवित्पुत्रिका व्रत है
गवाह ममत्व का
मां को नमन जो
प्रतिरूप है ईश्वर का
बारम्बार नमन
जीवित्पुत्रिका व्रत की शुभकामनाएं
चिराग हो तुम घर का
राग हो तुम मन का
रहो सलामत
युगों युगों तक
फैलाओ यश कीर्ति
Happy Jitiya 2022
बच्चों को मिले सेहत
संतान को मिले लंबी उम्र
बच्चों को मिले खुशियां अपार
मुबारक हो आपको जितिया का त्यौहार
बच्चों के लिए भी सेहत का वरदान लाए।
आपको और आपके पूरे परिवार को
जितिया पर्व की बहुत बधाई।
मनचाही मुराद पूरी हो आपकी
संतान को मिले लंबी उम्र
सुख, सौभाग्य और संतति दें,
हरे लें सारे दुख और क्लेश।
जितिया व्रत 2022 की बहुत-बहुत बधाई!
तुम सलामत रहो
ये हैं मां की अरदास
तुम्हें भी करनी होगी
पूरी मां की आस
बढ़ते जाना आगे
प्रगति पथ पर
यही है मां की आस।