- संत कबीर की गिनती प्रसिद्ध हिन्दी साहित्य कवि के रूप में होती है
- इस साल 14 जून को कंबीर जयंती मनाई जा रही है
- कबीरदास जी ने कर्मकांड और गलत धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ आवाज उठाई थी
Happy Kabir Jayanti 2022 Wishes Hindi Shayari, Images, Messages: हर साल ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथी को संत कबीर दास की जयंती मनाई जाती है। संत कबीर की गिनती प्रसिद्ध हिन्दी साहित्य कवि के रूप में होती है। इन्होंने अपना पूरा जीवन समाज में फैली भ्रांतियों और बुराइयों को दूर करने में लगा दिया था। इस साल कबीर जयंती 14 जून को है। इस कबीर जयंती को आप भी खास अंदाज में करें सेलिब्रेट और मैसेज, दोहों, शायरी और संदेशों के जरिए लोगों को भेजे कबीर जयंती की शुभकामनाएं।
कबीर जयंती शायरी
1. साधू भूखा भाव का, धन का भूखा नाहिं,
धन का भूखा जो फिरै, सो तो साधू नाहिं
2. माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर,
कर का मनका डार दे, मन का मनका फेर।
3. साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप सुभाय,
सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाय।
4. जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ,
मैं बपुरा बूडन डरा, रहा किनारे बैठ।
5. बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि,
हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि।
6. अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप,
अति का भला न बरसना, अति की भली न धूप।
7. जब गुण को गाहक मिले, तब गुण लाख बिकाई।
जब गुण को गाहक नहीं, तब कौड़ी बदले जाई।
8. पानी केरा बुदबुदा, अस मानुस की जात,
एक दिना छिप जाएगा, ज्यों तारा परभात ।।
9. कबीर तन पंछी भया, जहां मन तहां उड़ी जाइ।
जो जैसी संगती कर, सो तैसा ही फल पाइ॥
10. जब मैं था तब हरी नहीं, अब हरी है मैं नाही ।
सब अँधियारा मिट गया, दीपक देखा माही ।।