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मानसिक सेहत के लिए आखिर क्यों जरूरी है योग? PM मोदी ने बताया मेंटल हेल्थ के लिए योग के फायदे

Updated Jun 21, 2021 | 13:04 IST

yoga for mental health: सोमवार को योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मानसिक सेहत के लिए योग को जरूरी बताया। योग तन और मन को स्वस्थ और सशक्त रखने का बेजोड़ माध्यम है।

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तस्वीर के लिए साभार - iStock images
मुख्य बातें
  • मस्तिष्क की शांति के लिए योग है सबसे उत्तम।
  • योग स्ट्रेस, तनाव, डिप्रेशन, निराशा आदि परेशानियों से दिलाता है छुटकारा
  • सफल मन-मष्तिष्क के लिए योग को दिनचर्या में शामिल करना जरूरी

नई दिल्ली: योग एक प्राचीन विद्या है जो मनुष्य को प्रकृति से जोड़ कर रखती है, इसकी पुष्टि हिंदू वेदों में भी की गई है। जानकार बताते हैं कि योग का अर्थ जोड़ना होता है, योग करने से इंसान और प्रकृति के बीच तालमेल बैठता है। निरोगी जीवन पाने के लिए योग एक राम बाण प्राचीन विद्या है। रोजाना योग करने से हमारा दिमाग शांत और शरीर स्वस्थ रहता है। 

आज पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है जिसकी शुरुआत 2015 में हुई़ थी। 2015 में भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ के सामने यह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे सिर्फ 90 दिन के अंदर ही इस संघ के सभी सदस्यों से मंजूरी मिल गई थी। राष्ट्र के नाम संबोधन से समय भारत के प्रधानमंत्री ने योग के फायदों को गिनाया है और हर एक इंसान को योग को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया है।

कई शोध के अनुसार हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग बेहद लाभदायक है। आज के जमाने में जहां हर एक इंसान काम के बोझ तले दबता जा रहा है, ऐसी परिस्थिति में दिमाग को स्वस्थ, शांत और संतुलित रखने के लिए योग बेहद जरूरी है। महामारी के दौर में अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी योग को अपनाना सबसे ज्यादा समझदारी का काम है।

नर्वस सिस्टम को रखें सुरक्षित

योग का सबसे बड़ा फायदा हमारे नर्व्स सिस्टम को होता है, जब भी हम गुस्से में, चिंता में या परेशानी में रहते हैं तो इसका असर हमारे नर्वस सिस्टम पर भी पड़ता है। जब हमारा नर्वस सिस्टम स्ट्रेस्ड रहता है तो हमारा पूरा शरीर थका-थका महसूस करता है। इस स्ट्रेस को हटाने कि लिए योग करना बेहद आवश्यक है।  योग करने से खून में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है जिसे हम चुस्त और दुरुस्त रहते हैं।

योग से दिमाग रहता है शांत

योग के दौरान हमारी सभी तंत्रिकाएं रिलैक्स्ड रहती हैं और हमारा दिमाग भी शांत रहता है। इस वजह से हमें अपने लिए समय मिलता है जो हमें खुद की पहचान करने में मदद करता है। योग करने से हम खुद के अंदर सकारात्मक बदलाव लाते हैं, धीरे-धीरे हमारे आस-पास भी सकारात्मक माहौल बनने लगता है। इस वजह से हम हेल्दी सोचने लगते हैं, हेल्दी खाने लगते हैं और हेल्दी जीवनशौली अपनाने लगते हैं।

सकारात्मक बदलाव आता है

विज्ञान के अनुसार, योग से ना ही सिर्फ इंसान के अंदर सकारात्मक बदलाव आता है बल्कि  इसका असर योग करने वाले व्यक्ति के रिश्तों पर भी पड़ता है। योग करने से आप खुद के साथ प्यार और सम्मान से जुड़ने लगते हैं, जब आप खुद के प्रति अच्छे विचार रखने लगते हैं तो आप अपने प्रियजनों के साथ भी वैसा ही व्यवहार करने लगते हैं। इससे आपके रिश्ते में सुधार आता है और प्यार बढ़ता रहता है।

सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है

यह एक आम बात है, हर एक व्यक्ति के घर में किसी न किसी मुद्दे को लेकर तनाव बना रहता है। जाहिर सी बात है हम परिवार को बदल नहीं सकते मगर हम मूल मुद्दों को पड़कर परेशानी जरूर कम कर सकते हैं और हालात बदल सकते हैं। योग से सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है, अगर आप चाहें तो अपने आस-पास के लोगों को वह दिखा सकते हैं जो आप दिखाना चाहते हैं। योग से आने वाले बदलाव आपको हर पल मजबूत बनाते हैं।