- याद्दाश्त को लेकर सबसे ज्यादा समस्या स्कूली दौर में हुआ करती है
- भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल, बिगड़ता वातावरण और खानपान ने भी याद्दाश्त पर असर डाला है
- याद्दाश्त मजबूत करने के कुछ घरेलू उपाय हैं जिसे आप अपना सकते हैं
बचपन से ही हमें याद्दाश्त मजबूत करने के टिप्स दिए जाते हैं। याद्दाश्त को लेकर सबसे ज्यादा समस्या स्कूली दौर में हुआ करती है लेकिन आज के समय में ये समस्या आम हो गई है। भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल, बिगड़ता वातावरण और खानपान ने भी इस पर असर डाला है। बढ़ती उम्र के साथ याद्दाश्त पर भी बुरा असर पड़ता है। सामान्य सी चीजें याद रखने में परेशानी होती है। किसी- किसी को बचपन से ये बीमारी रहती है तो किसी को सिर पर कभी किसी प्रकार के तोट लग जाने के कारण याद्दाश्त के कमजोर होने की समस्या आ जाती है।
अगर आप भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं तो आपको जल्द से जल्द अपनी याद्दाश्त शक्ति मजबूत कर लेने चाहिए। आज हम आपको इस समस्या से निजात पाने के कुछ घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके लिए बेहद कारगर साबित हो सकते हैं-
सेब
सेब में क्यूरसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है। इन्हीं कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने के कारण याद्दाश्त शक्ति कमजोर होती है। इसी कारण से अल्जाइमर जैसी बीमारियां घेर लेती हैं। इसलिए अपने डायट में रोजाना एक सेब को जरूर शामिल करें इससे आपकी मेमोरी पावर अच्छी रहेगी।
शंखपुष्पी
यह एक प्रकार की जड़ी बूटी है। इसके इस्तेमाल से अनिद्रा, डिप्रेशन जैसी बीमारियां भी ठीक हो जाती है। शोध में भी ये सामने आया है कि शंखपुष्पी के इस्तेमाल से मस्तिष्क ज्यादा एक्टिव होता है मेमोरी पावर में सुधार आता है।
फिश ऑइल
फिश ऑइल में ओमेगा-3 फैटी एसिड इकोसपेंटेनोइक एसिड पाया जाता है जो तनाव व एंग्जाइटी कम करने में मदद करता है। अध्ययन में ये साबित किया गया है कि फिश ऑइल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से खास तौर पर बुजुर्गों की याद्दाश्त शक्ति मजबूत हुई है।
हल्दी
हल्दी के नियमित तौर पर सेवन से याद्दाश्त शक्ति अच्छी रहती है। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व होता है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को डैमेज होने से रोकता है और उसे और मजबूत बनाता है।
मेडिटेशन
मेडिटेशन मन की शांति का एक सबसे बढ़िया जरिया है। अगर आपका मन अशात लग रहा है और एकाग्रचित मन नहीं पा रहे हैं तो आपको ऐसे में मेडिटेशन करना चाहिए यह इसका अचूक उपाय है। रोज सुबह के समय किसा एकांत जगह पर और रात को सोने से पहले थोड़ी देर मेडिटेशन कै अभ्यास जरूर करें इससे आपका मन और दिमाग दोनों शांत होता है और ये आपके वश में होते हैं। इससे आपके याद्दाश्त पर भी बढ़िया असर पड़ता है।
व्यायाम
एक्सरसाइज से ना सिर्फ शरीर की मांसपेशियां मजबूत व फुर्तीली रहती हैं बल्कि इसका दिमाग पर भी असर पड़ता है। एक्सरसाइज से हमारे न्यूरो पर प्रभाव पड़ता है और फलस्वरुप हमारी याद्दाश्त की क्षमता मजबूत होती है।
भरपूर नींद लेना
भरपूर नींद नहीं लेने से भी कभी-कभी चीजें याद नहीं रहती है। नींद पूरी नहीं होने से मन और सर भारी-भारी लगता रहता है और सुस्ती छाई रहती है। ऐसे में चीजें याद रखने में काफी दिकक्त आती है। इसलिए अगर आप हर रोज कम से कम 8 घंटे की हेल्दी व भरपूर नींद लेते हैं तो ये आपके मेमोरी पावर के लिए अच्छा है।
शराब को ना लगाएं हाथ
शराब और धूम्रपान ये सभी चीजें मेमोरी के लिए दुश्मन की तरह है। अगर आपको याद्दाश्त मजबूत बनानी है तो आपको शराब को हाथ भी नहीं लगाना चाहिए। इस तरह से आपमें अच्छी आदतों का विकास होगा और आपका दिल दिमाग भी संतुलित रहेगा।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)