- असली सरसों के तेल में गुणकारी तत्व मौजूद होते हैं
- नकली सरसों के तेल की पहचान के लिए सरकार की ओर से सुझाए गए हैं टिप्स
- मिलावटी सरसों के तेल से गंभीर बीमारियों का हो सकता है खतरा
Tips to check pure or fake mustard oil: बरसों से भारतीय घरों में खाना बनाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल होता है। इसमें मौजूद गुणकारी तत्व शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन आजकल बाजार में मिलावटी सरसों का तेल खूब मिल रहा है, इसकी वजह से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है। तो कहीं आप भी तो ये मिलावटी तेल नहीं खा रहे हैं। अगर आप असली और नकली सरसों के तेल में पहचान करना चाहते हैं तो आपके लिए कुछ टिप्स कारगर साबित हो सकते हैं।
माई गवर्नमेंट इंडिया की ओर से घर पर तेल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कुछ सुझाव साझा किए गए हैं। इससे खाना पकाने के तेल की शुद्धता की जांच करना मुश्किल नहीं होगा। 2007 में जर्नल ऑफ एंटीऑक्सिडेंट्स एंड रेडॉक्स सिग्नलिंग में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार सरसों के तेल में मिलावट के लिए आर्गेमोन तेल का इस्तेमाल होने से ऑक्सीडेटिव तनाव हो सकता है।
असली नकली तेल पहचानने के तरीके
- एक परखनली में 5 मिलीलीटर सरसों के तेल का नमूना लें। अब इसमें 5 मिली नाइट्रिक एसिड डालें। ट्यूब को धीरे से हिलाएं। यदि सरसों का तेल मिलावटी नहीं है, तो यह अम्लीय परत में रंग परिवर्तन नहीं दिखाएगा। जबिकि मिलावटी सरसों के तेल में अम्लीय परत में नारंगी-पीला से लाल रंग दिखाई देगा।
- एक पारदर्शी गिलास में सरसों का तेल डालें। तेल को कम से कम 30 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें, लेकिन इसे डीप फ्रीजर में न रखें। तय समय बाद अगर तेल जम जाता है या वैक्स की पतली परत आ जाए तो समझे इसमें मिलावट की गई है।
- सरसों का तेल बहुत तेज महक देता है। इसलिए तेल की दो तीन बूंदे अपने हाथ के पीछे के हिस्से में रगड़े। अगर सरसों के तेल जैसी महक आए तो ये असली है, लेकिन अगर इसमें से सोयबीन या किसी और तरह की महक आए तो समझ जाए ये मिलावटी है।
- सरसों के तेल की पहचान के लिए इसे हाथ पर रगड़े। अगर पीलापन या थोड़ा कलर आपके हाथ पर लग जाए तो समझ जाए कि इसमें मिलावट की गई है।