- मोटापा बीमारियों का घर है और इसे डाइटिंग से कम कर सकते हैं
- नियमित अंतराल पर आहार मोटापे से मुक्ति में कारगर
- संतुलित आहार ही है बेहतर उपाय
इस भाग-दौड़ भरे जीवन में हम सेहत की अनेकों समस्या का सामना करते हैं। कई बीमारियां जो अब आम हो चुकी हैं उनमें से ही एक बीमारी है 'मोटापा'। वैसे निजी जीवन में कई लोग इसे गंभीर बीमारी नहीं मानते हैं लेकिन मोटापा हमारे शरीर में कई खतरनाक बीमारियों की जड़ बन जाता है। हम मोटापे से छुटकारे और वज़न काम करने के लिए न जाने कितने ही जतन करते हैं। आज हम आपको कुछ साधारण उपाय बता रहे हैं जिनकी मदद से आप आसानी से अपना वज़न काम कर सकते हैं।
समय की पाबंदी के साथ आहार लें
बीते कई सालों में आपने वजन काम करने के कई उपायों के बारे में सुना होगा। इनमें से कई उपपायों को अपने निजी जीवन में लागू करना मुश्किल होता है। यदि समय की पाबंदी के साथ खान-पान किया जाए तो यह एक आसान नुस्खा है और बहुत कारगर भी है।
सक्रिय जीवन शैली निभाएगी अहम भूमिका
तमाम उपायों के साथ आपके वजन का कम होना आपकी जीवन शैली पर भी निर्भर करता है। अगर अपने निजी जीवन में एक्टिव हैं तो शायद आपके लिए बहुत सी चीज़ें आसान हो जाएंगी। वैसे वजन कम करने का राज किसी खास आहार में नहीं बल्कि संतुलित आहार में छिपा है। एक नए अध्धयन में इस बात का खुलासा हुआ है के समय अनुसार और संतुलित भोजन वजन काम करने के लिए रामबाण साबित हो सकता है।
रिसर्च में हुआ खुलासा
शिकागो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किये गए शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि समय की पाबंदी के साथ संतुलित आहार वज़न काम करने का सबसे बेहतर उपाय है। इस रिपोर्ट को 'Cell Metabolism' में प्रकाशित किया गया है। इस रिसर्च में दो तरह के लोगों का समूह बनाया गया। पहले समूह के लोगों का खाने पीने का समय अंतराल चार घंटे का वहीं दूसरे समूह का करीब 6 घंटे का था।
दो वक्त के खाने के बीच का अंतराल
इस रिसर्च में पहले समूह को दोपहर एक से शाम पांच बजे तक खाने की छूट दी गयी वहीं दूसरे समूह को एक से सात बजे के बीच खाने को कहा गया। इस दौरान प्रतिभागियों को कुछ भी खाने के छूट थी लेकिन समय खत्म होने के बाद केवल पानी और जीरो-कैलोरी वाले ड्रिंक्स की छूट थी। प्रतिभागियों को अगले दस महीने तक ऐसा करने के लिए कहा गया। इस दौरान उनके रक्तचाप, इंसुलिन लेवल का पूरा ध्यान रखा गया।
रिसर्च का परिणाम
रिपोर्ट में यह बात सामने आई के इन दस हफ़्तों में प्रतिभागियों का शारीरिक वजन बिना किसी अतिरिक्त शारीरिक गतिविधि या व्यायाम के तीन प्रतिशत तक कम हो गया। इसके साथ ही उनके प्रतिदिन कैलोरी लेने में 500 कैलोरी तक की कमी आ गई। साथ ही तनाव और इन्सुलिन के स्तर में भी कमी आ गई। यह भी देखा गया कि 4 घंटे और 6 घंटे के खाने की योजना का अनुसरण करने वालों में केवल ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का अंतर था।
इस रिसर्च के क्या मायने हैं
दो वक़्त के खाने के बीच का फासला रुक-रुक कर उपवास करने जैसा है। सेलेब्रिटीज ने भी इस बात का समर्थन किया है के ऐस करने से अच्छी नींद, लिवर की चर्बी को काम करने, स्वस्थ्य मस्तिष्क और अच्छे मेटबॉलिज्म में सहायता करता है। अगर आप दो वक्त के खाने के बीच समय के अंतराल का ख्याल रखेंगे तो यह वजन काम करने का सबसे साधारण उपाय साबित होगा।
साधारण तरीकों से वजन कैसे काम करें
इस रिसर्च में यह बात भी सामने आई के किसी सख्त रूटीन या महंगे उपपायों के बजाए अगर डाइट पालन पर ध्यान केंद्रित किया जाए तो यह ज्यादा बेहतर होगा। यह लम्बे समय तक अनुसरण करने वाला तरीका भी है वो भी बिना किसी मुश्किल के।
क्या इसका कोई नुकसान भी है
समय के साथ आहार और रुक रुक कर उपवास वजन काम करने का एक सरल उपाय है। शर्त ये है के इसे सही तरीके से अपने जीवन में लागू किया जाए। आवश्यकता है के ऐसा करते समय हड़बड़ाहट न दिखाएं। शरीर में हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखें। किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।