

- मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया ने ही आधुनिक भारत की रचना की और देश को एक नया रूप दिया
- मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया के दिवस के रूप में ही इंजीनियर्स डे मनाया जाता है
- इंजीनियर्स डे इंजीनियर को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है
When is Engineering Day Celebrated: भारत में हर साल 15 सितंबर को अभियंता मनाया जाता है। अभियंता दिवस यानी इंजीनियर्स डे महान इंजीनियर मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। इन्हें भारत रत्न की उपाधि मिली हुई है। मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया ने ही आधुनिक भारत की रचना की और देश को एक नया रूप दिया। उनके दिवस के रूप में ही अभियंता दिवस मनाया जाता है। इंजीनियर्स डे इंजीनियर को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। भारत में ऐसे कई इंजीनियर हैं, जिन्होंने देश को एक नई रूपरेखा प्रदान की है। आइए जानते हैं इंजीनियर्स डे पर उन इंजीनियर के बारे में जिन्होंने देश के विकास में भरपूर साथ दिया है।
Also Read- Hindi Diwas 2022 Date, History: हिंदी दिवस कब मनाया जाता है, जानें इसका इतिहास, महत्व और अन्य तथ्य
सतीश धवन
हिंदुस्तान को आसमान तक पहुंचाने में सतीश धवन का विशेष महत्व रहा है। वह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष थे, जिन्होंने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनका जन्म श्रीनगर में 25 सितंबर 1920 में हुआ था। वे एक महान वैज्ञानिक थे। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी।
एपीजे अब्दुल कलाम
एपीजे अब्दुल कलाम को भारत के पूर्व राष्ट्रपति व जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता के रूप में जाना जाता है। इन्हें भारत के मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है। भारत के राष्ट्रपति बनने से पहले, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के साथ एयरोस्पेस इंजीनियर के रूप में काम किया था। एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तत्कालीन मद्रास के पम्बन द्वीप पर रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने 1960 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज से पढ़ाई की थी।
Also Read- Cavity Problem: बच्चों को कैविटी से बचाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान, घर में करें ये आसान उपाय
ई श्रीधरन
ई श्रीधरन भारत के एक विख्यात सिविल इंजीनियर है। ई श्रीधरन को मेट्रो मैन के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने 1995 से 2012 तक दिल्ली मेट्रो के निदेशक रहे। भारत सरकार ने इन्हें 2001 में पद्म श्री तथा 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया। ये भारतीय इंजीनियरिंग सेवा से सेवानिवृत्त इंजीनियर थे। इन्होंने आंध्रप्रदेश के काकीनाड़ा स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।)