- हर वर्ष मई महीने के दूसरे रविवार के दिन भारत में मातृ दिवस यानी मदर्स डे मनाया जाता है
- एना जारविस ने अपनी मां की याद और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मदर्स डे का शुरुआत किया था
- दुनिया के अलग-अलग देशों में मातृ दिवस को अलग-अलग दिन पर मनाया जाता है
नई दिल्ली : किसी ने सच कहा है कि इस दुनिया में मां से खूबसूरत शब्द और कुछ नहीं है। मां के बिना हम इस दुनिया में कुछ भी नहीं है क्योंकि हम सभी को जन्म देने वाली मां ही होती है। मां का स्थान हम सभी के जीवन में सबसे उपर और खास होता है।
मां के प्यार और त्याग का एहसान हम कभी उसे चुका नहीं पाएंगे लेकिन हम इसके बदले मां को प्यार और सम्मान जरूर दे सकते हैं। मां के प्यार, त्याग, सुरक्षा देखरेख, सेवा आदि के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए भारत में हर वर्ष मई के दूसरे रविवार के दिन मातृ दिवस मनाया जाता है।
भारत में कब मनाया जाएगा इस वर्ष मातृ दिवस?
भारत में हर वर्ष मातृ दिवस मई महीने के दूसरे रविवार के दिन मनाया जाता है। इसी के अनुसार, इस वर्ष भारत में मातृ दिवस यानी मदर्स डे 9 मई को मनाया जाएगा।
क्यों मनाया जाता है मातृ दिवस?
यह कहा जाता है कि मातृ दिवस मनाने की शुरुआत ग्रीस से हुई थी। ग्रीस के लोग अपनी माताओं को बहुत विशेष मानते थे और उनका सम्मान करते थे। ग्रीस में माताओं की पूजा की जाती थी। जानकार बताते हैं कि स्यबेले ग्रीक देवताओं की माता मानी जाती है इसलिए इस दिन उनकी पूजा की जाती है। कहा जाता है कि यहां से ही माताओं के प्रति सम्मान व्यक्त करने की परंपरा शुरू हुई।
एक और किस्सा यह मशहूर है कि, एना जार्विस नाम की महिला वर्जीनिया में रहती थी जो अपनी मां से बहुत प्रेरित थी। अपनी मां के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए अपनी मां की मृत्यु के बाद उन्होंने मदर्स डे मनाने की शुरुआत की थी।