- हनीमून के लिए बहुत अच्छा जगह माना जाता है ऊटी हिल स्टेशन।
- देखने को मिल जाते है 650 से भी ज्यादा तरह के पेड़-पौधे।
- ठंड के मौसम में शून्य से भी नीचे हो जाता है यहां का तापमान।
ऊटी हिल स्टेशन तमिलनाडु के नीलगिरी जिले का एक हिस्सा है। ऊटी हनीमून के लिए बहुत अच्छा जगह माना जाता है। यह हिल स्टेशन नीलगिरी पहाड़ियों के होने के कारण बेहद खूबसूरत नजर आता है। इस पहाड़ पर 12 साल में एक बार खिलने वाला नीला रंग का कुरुंजी फूल यहां की घाटियों की शोभा और भी बढ़ा देता है। नीला रंग का कुरुंजी फूल के कारण इस पहाड़ियों को ब्लू माउंटेन भी कहा जाता है।
यहां का मौसम पूरे साल बहुत ही खुशनुमा रहता है। ठंड के दिनों में यहां स्नोफॉल भी देखने को मिलता है। ऊटी शहर अनेकों प्रकार के वस्तुकला और ब्रिटिश सांस्कृतिक चीजें देखने को मिलती हैं। बोटेनिकल गार्डन, डोडाबेट्टा उद्यान, ऊटी झील, कलहट्टी प्रपात और फ्लॉवर शो जैसे जगहों के कारण ऊटी पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं। यहाँ एवलेंच, ग्लेंमोर्गन का शांत और गाँव मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान ऊटी के प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक हैं।
ऊटी और उसके आसपास के जगहों में चाय और कॉफ़ी के अनेकों बागान हैं। ऊटी में आपको पेड़ पौधे के 650 से भी अधिक प्रजातियां देखने को मिल सकती है। यहां आप अनेकों प्रकार के खूबसूरत झील देखने के साथ उसमें नौका विहार कर सकते है। इस झील में अनेकों खूबसूरत मछलियाँ देखने को मिलती हैं।
ऊटी में चीड़ के पेड़ काफी मात्रा में पाए जाते है। यहां आप अनेकों प्रकार के जलप्रपात देख भी देख सकते हैं। यहाँ हर साल लाखों पर्यटकों की भीड़ लगती हैं। ऊटी में देशी और विदेशी हर तरह के खाना खाने को मिल जाते हैं। यह शहर समुद्र तल से 7,440 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
ऊटी पहुंचने की गाइडलांइस:
1. यदि आप हवाई जहाज से ऊटी जाना चाहते हैं, तो आप वहां के सबसे करीबी कोयंबटूर एयरपोर्ट पर जाएं। यह ऊटी शहर से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
2. यदि आप ट्रेन से ऊटी यात्रा करने की सोच रहे है, तो आप उदगमंडलम रेलवे स्टेशन पर जाएं। इसका मुख्य जंक्शन कोयंबटूर ही है।
3. यदि आप ऊटी का यात्रा कार या बस से करने की सोच रहे है, तो राजमार्ग 17 से मड्डुर और मैसूर होते हुए बांदीपुर पहुचें। बाद में वहाँ से आप मदुमलाई पहुँचे वहाँ से ऊटी की दूरी केवल 67 किलोमीटर रह जाती है।