- उत्तर भारत और राजधानी दिल्ली सहित देश में कई स्थानों पर तेज ठंड पड़ रही है
- लोग खुद को ठंड से बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं
- इस मौसम में छोटे बच्चों को निमोनिया, सर्दी खांसी, जुकाम, बुखार और स्किन एक्जिमा जैसी समस्याएं हो जाती हैं
उत्तर भारत और राजधानी दिल्ली सहित देश में कई स्थानों पर तेज ठंड पड़ रही है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी होने से सर्द हवाएं चल रही हैं जिसके कारण ठंड भी बहुत ज्यादा बढ़ गयी है। कड़ाके की ठंड के कारण लोग कम ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। लोग खुद को ठंड से बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। इस ठंड में सिर्फ वयस्कों और बुजुर्गों की ही नहीं बल्कि बच्चों की भी सेहत खराब हो रही है।
ठंड के कारण अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ गयी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सर्द हवाओं के कारण आने वाले दिनों में भी तापमान गिरने की संभावना है। ठंड से बचने के लिए ना सिर्फ पर्याप्त गर्म कपड़ों से खुद को ढककर रखने बल्कि उचित खानपान की भी जरुरत है। सर्दी के मौसम में बड़ों की देखभाल करना आसान होता है लेकिन छोटे बच्चों का ध्यान रखना काफी मुश्किल हो जाता है। इस मौसम में छोटे बच्चों को निमोनिया, सर्दी खांसी, जुकाम, बुखार और स्किन एक्जिमा जैसी समस्याएं हो जाती हैं। आइये जानते हैं कि सर्दी में छोटे बच्चों की सेहत का ख्याल कैसे रखें।
सर्दी में छोटे बच्चों की देखभाल के टिप्स
- यदि जरूरी ना हो तो कड़ाके की ठंड में बच्चों को घर से बाहर लेकर ना जाएं। घर से बाहर निकलने से पहले बच्चों को अच्छी क्वालिटी के गर्म कपड़े जैसे स्वेटर, टोपी, मोजा आदि पहनाएं।
- बच्चों को गुनगुना पानी पिलाएं और आइसक्रीम या कोई भी अन्य ठंडी चीज ना खिलाएं।
- सर्दी के मौसम में बच्चों को मौसमी सब्जियों के गर्म सूप पिलाएं। बच्चों को चाय या कॉफी से दूर रखें और गुनगुना दूध पिलाएं।
- यदि बच्चे की उम्र पांच साल से कम है तो इस मौसम में उसे रोजाना नहलाने की बजाय गुनगुने पानी में तौलिया भिगोकर उसके शरीर को अच्छी तरह पोछें।
- जिस कमरे में बच्चे को सुलाएं, वहां रुम हीटर का प्रयोग ना करें। वास्तव में रुम हीटर से ड्राई एयर निकलती है जो बच्चों की सेहत पर खराब असर डालती है।
- सरसों के तेल से बच्चे की अच्छी तरह मालिश करें और उसे थोड़ी देर धूप में सुलाएं। इससे बच्चे को विटामिन डी मिलेगा और शरीर गर्म रहेगा।
इस तरह आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखकर सर्दी के मौसम में भी बहुत अच्छे से अपने बच्चे की देखभाल कर सकती हैं और उसे बीमारियों से बचा सकती हैं।