World Rose Day 2021 Shayari, Images, Messages: विश्व गुलाब दिवस यानी वर्ल्ड रोज डे हर साल 22 सितम्बर को 12 वर्षीय कनाडा की उस बहादुर बच्ची मेलिंडा रोज की याद में मनाया जाता है जो ब्लड कैंसर के एक दुर्लभ बीमारी से अंत तक जंग लड़ती रही। वो बहादुर बच्ची जिस प्रकार से कैंसर से लड़ी वह कैंसर के मरीजों के लिए एक मिसाल बन गई। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो हौसले को तोड़ देती है।
लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है जो अपने साकारात्मक विचार, हौसले और उम्मीद के बीच कैंसर से जंग लड़ते है और आखिरकार उसे मात देकर नई जिंदगी शुरू करते है। इस मौके पर आप इस बीमारी से जूझ रहे लोगों के बीच इन शायरियों और संदेशों के जरिए हौसला भर सकते है।
कैंसर एक बीमारी है
और आपको इस बीमारी को हराना है
इससे हारना नहीं है।
कैंसर की जंग से आपको जीतना है
हारना नहीं उम्मीदों और हौसलों के सहारे जीवन जीना है ।
जिन्दगी की जंग एक दिन सब हार जाते है,
जो बहादुर होते है वो कभी नही घबराते है।
खिलखिलाकर हँसना सीखों, चिड़ियों से चहकना सीखों,
पेड़ की डाल से टूटकर भी गुलाब की तरह महकना सीखों।
जो मुसीबत में भी मुस्कुराना सीख लेते है।
उसे किस्मत भी नही हरा पायेगा,
जो अपनी हार पर भी मुस्कुरायेगा।
जिन्दा रहने का जज्बात रखना चाहिए,
इसे अपने विचारों से कभी नही मारना चाहिए।
तो इन्सान को लड़ना कभी नही छोड़ना चाहिए।
ब्लड कैंसर के दुर्लभ बीमारी से जिस प्रकार
12 वर्ष की ‘मेलिंडा रोज’ लड़ी में उसके बहादुरी
और जज्बात को सलाम करता हूं।
उसे मैं सैल्यूट करता हूं ।
दूसरों के लिए मिसाल बन जाएं
कैंसर की बीमारी से ऐसे लड़ जाएं
गुलाब की तरह महकना सीखों,
काटों के बीच में रहकर भी खिलना सीखों।