नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों पर मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ है। ना उनके पास काम बचा, ना पैसे बचे। जब ये दोनों नहीं बचे तो रहने को छत भी नहीं बची। इसी के चलते प्रवासी मजदूरों ने अपने-अपने गृह राज्यों की ओर जाना शुरू कर दिया। कुछ को साधन मिला तो कुछ पैदल ही निकल पड़े। जबकि कुछ साइकिलों पर ही चल पड़े।
ऐसे ही 13 साइकिलों पर 19 मजदूर जम्मू-कश्मीर से बिहार के लिए निकल पड़े। इन मजदूरों की मदद के लिए उत्तर प्रदेश सरकार आगे आई। लखनऊ में रोक इन मजदूरों को परिवहन निगम की टीम ने UPSRTC की बसों में बैठाकर (छत पर साइकिलों के साथ) गंतव्य स्थान (बिहार बॉर्डर) तक मुफ्त में भिजवाया।