- प्रदेश के बड़े शहरों में बढ़ते वायु व ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिये योगी सरकार का बड़ा फैसला
- नवम्बर में गोरखुपर, अलीगढ़, मुरादाबाद, झांसी, बरेली, शाहजहांपुर, गाजियाबाद हो जाएंगे प्रदूषण मुक्त
- 30 अप्रैल तक इन सभी शहरों में इलेक्ट्रिक बसों के लिये बनाए जा रहे चार्जिंग स्टेशन तैयार करने के निर्देश
लखनऊ: कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने में लगी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिये भी प्रतिबद्ध है। उसने नगरीय परिवहन सेवाओं को आधुनिक बनाने के साथ ही यात्रियों को सुविधाजनक सफर मुहैया कराने के प्रयास तेज कर दिये हैं। सरकार की योजना अब लखनऊ समेत प्रदेश के 14 अन्य प्रमुख शहरों में 700 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की है। इसके लिये नगरीय परिवहन निदेशालय के अधिकारियों की ओर से काम को तेज गति से किया जा रहा है। सरकार की ओर से लखनऊ समेत सात शहरों में कुछ इलेक्ट्रिक बसें संचालित कर इस योजना की शुरुआत पहले ही कर दी गई थी। अब सरकार की मंशा है कि सात अन्य शहरों को इस योजना का लाभ दिया जाए। साथ ही जिन शहरों में बसों का संचालन शुरू हो गया है वहां इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाई जाए।
इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग स्टेशनों को तेजी से किया जा रहा तैयार
उत्तर प्रदेश सरकार ने 30 अप्रैल तक इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिये चयनित सभी स्थलों पर चार्जिंग स्टेशनों को तैयार कर लेने के भी सख्त निर्देश जारी कर दिये हैं। गौरतलब है कि योगी सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने के लिए बहुत समय से प्रयास कर रही है। ऐसे में नगरीय परिवहन निदेशालय को उत्तर प्रदेश की सरकार से मंजूरी मिल जाने के बाद उसने नवम्बर माह तक सरकार की योजना को सफल बनाने का काम शुरू कर दिया है।
उन्नत तकनीक की बसें चलने से यात्रियों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
सरकार का मानना है कि उन्नत तकनीक पर आधारित इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से प्रदेश के 14 प्रमुख शहरों की यातायात व्यवस्था में काफी सुधार होगा। साथ ही प्रदूषण भी घटेगा। सरकार की योजना बसों को तेज गति से चलाने के लिये मार्गों को भी उन्नत बनाना है। गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत नगरीय परिवहन विभाग को प्रदूषण मुक्त इलेक्ट्रिक वाहन संचालित करने की जिम्मेदारी मिली है।
जून से अक्टूबर तक बनकर तैयार हो जाएंगी 700 इलेक्ट्रिक बसें
नगरीय परिवहन निदेशालय के संयुक्त सचिव अजीत सिंह बताते हैं कि यूपी के 14 शहरों में 700 इलेक्ट्रिक बसें मुहैया कराने के काम को अक्टूबर माह तक पूरा कर लिया जाएगा और नवम्बर माह से यात्रियों को इलेक्ट्रिक बसों की सुविधा मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि अक्टूबर तक सभी बसें तैयार होकर आ जाएंगी। इनके आने का सिलसिला जून माह से शुरू हो जाएगा। बसों का ट्रायल करने के बाद उनका संचालन चयनित शहरों में शुरू कर दिया जाएगा।
इन नए 07 शहरों को मिलेगा इलेक्ट्रिक बसों का तोहफा
- मुरादाबाद
- झांसी
- बरेली
- शाहजहांपुर
- गाजियाबाद
- गोरखुपर
- अलीगढ़
इन 07 शहरों में बढ़ेंगी इलेक्ट्रिक बसों की संख्या
- लखनऊ
- कानुपर
- वाराणसी
- आगरा
- मेरठ
- मथुरा
- गाजियाबाद
इलेक्ट्रिक बसों के फायदे
- प्रदूषण शून्य होगा
- ध्वनि प्रदूषण से राहत मिलेगी
- अत्याधुनिक तकनीक से चलेंगी
- यात्रा सुविधाजनक हो जाएगी
- लाइव ट्रैकिंग की जा सकेगी
- एलईडी स्क्रीन लगा होगा
- सीसीटीवी कैमरा से बस व यात्रियों की निगरानी हो सकेगी