- शहर के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ दमकल विभाग का विशेष अभियान
- सीएम योगी ने दिए निर्देश बिना एनओसी नहीं चलेंगे व्यवसायिक प्रतिष्ठान
- अब तक अग्रिशमन विभाग ने कार्रवाई के नाम पर केवल जारी किए नोटिस
Lucknow Fire Safety: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सैकड़ों होटल्स, संस्थाएं और व्यवसायिक प्रतिष्ठान ऐसे हैं, जो बिना अग्नि सुरक्षा उपकरणों के संचालित किए जा रहे हैं। वहीं अग्रिशमन विभाग की बात करें तो विभाग कार्रवाई करने के नाम पर सिर्फ नोटिस जारी करता है। अब प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद बिना एनओसी के चल रहे व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है। ऐसे में शहर में बिना एनओसी और अग्नि सुरक्षा के चल रहे होटलों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, अपार्टमेंट और इमारतों की जांच करने और कार्रवाई के निर्देश सीएम योगी ने दिए हैं।
सीएम योगी ने ये आदेश दिल्ली के मुंडका इलाके में हुए भीषण अग्निकांड का संज्ञान लेते हुए दिए हैं। वहीं दमकल विभाग के अफसर आज से शहर के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ विशेष अभियान चला रहे हैं। लखनऊ शहर में 90 प्रतिशत होटल, व्यवसायिक प्रतिष्ठान और इमारतें बिना एनओसी के चल रही हैं। इनमें कहीं अग्नि सुरक्षा के बंदोबस्त नहीं हैं। शहर के चारबाग, नाका और लालकुंआ रोड पर सबसे अधिक होटल ऐसे हैं, जिनके संचालन में मानकों को पूरा नहीं किया गया है।
प्रबंधन की लापरवाही आई सामने
वहीं, सूचना मिलने के बावजूद दमकल विभाग के अधिकारी इमारत स्वामियों पर कार्रवाई करने के बजाए नोटिस देकर पल्ला झाड़ लेते हैं। सालों पहले जिन होटलों को नोटिस जारी किया गया था, वहां के हालात अभी भी ठीक नहीं हुए हैं। वहीं बीते 13 अप्रैल को गोमतीनगर में बिना एनओसी के संचालित सेवी ग्रैंड होटल में प्रबंधन की लापरवाही से भीषण आग लगी थी। अग्निकांड के दौरान कर्मचारियों और आए हुए लोगों में लगभग 100 लोग फंस गए थे।
शहर में हुए भीषण और जानलेवा अग्निकांड
आपको बता दें कि शहर में कई भीषण अग्निकांड हो चुके हैं। इस साल 02 मई को लाटूश रोड पर जानकी बाजार इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों और गोदाम में भीषण आग लगी। आठ घण्टे बाद आग पर काबू पाया गया। इससे पहले 1 अप्रैल को गुईन रोड पर तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स में स्टेशनरी शॉप और गोदाम में भीषण आग लगी थी, जिसमें छह लोग फंस गए थे। ऐसे ही कई हादसे शहर में हो चुके हैं।