- महिला इंस्पेक्टर रश्मि यादव लखनऊ की रहने वाली थीं।
- अमेठी जिले के मोहनगंज थाने में तैनात थीं।
- ड्यूटी के बाद अपने कमरे में जाकर खुदकुशी कर ली। मामले की जांच चल रही है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अमेठी में खुदकुशी करने वाली महिला इंस्पेक्टर के परिजनों से मिलने लखनऊ के गोसाईंगंज पहुंचे। अखिलेश ने कहा कि कई तरह की सूचनाएं मिल रही हैं कि पुलिस को दबाव में काम करना पड़ रहा है, जिसके चलते वह ऐसा कदम उठा रही है।
अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि पुलिस को सरकार के लिए चुनाव जीतने की जिम्मेदारी दी गई थी। मेरी जानकारी के अनुसार, पीएस में राजनीतिक दबाव था। यह सरकार जो चाहती है वह कर रही है और लोकतंत्र की हत्या कर रही है। समाजवादी पार्टी आगामी विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को उठाएगी।
महिला इंस्पेक्टर रश्मि यादव खुदकुशी का मामला
अमेठी जिले के मोहनगंज थाने की महिला चौकी प्रभारी रश्मि यादव ने 22 अप्रैल 2022 को दोपहर में कथित रूप से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।मोहनगंज थाना प्रभारी अमर सिंह ने बताया था कि 33 वर्षीय सब इंस्पेक्टर रश्मि यादव ड्यूटी से दोपहर बाद अपने कमरे पर गई थीं लेकिन जब किसी काम से उनको फोन किया गया तो उनकी तरफ कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा था कि इसके बाद अग्निशमन केंद्र परिसर में आवंटित आवास पर जब पुलिसकर्मी भेजे गए तो दरवाजा बंद था और खिड़कियां भी बंद थीं। थाना प्रभारी ने कहा था कि इस बारे में एसपी को सूचना दी गई तो उनके आदेश पर वीडियोग्राफी करते हुए जब कमरे का ताला तोड़ा गया तो रश्मि का शव पंखे से लटका मिला। इस मामले में पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रश्मि यादव की खुदकुशी पर अमेठी के एसपी ने कहा...
अमेठी के एसपी दिनेश सिंह ने कहा था कि रश्मि यादव बहुत ही कर्मठ दारोगा थीं और अपनी ड्यूटी के प्रति हमेशा एक्टिव रहती थीं तथा उसकी मौत से वह खुद अचंभित हैं। सिंह ने कहा कि आज सुबह वह क्षेत्राधिकारी तिलोई के कार्यालय में बैठक में शामिल हुई थीं तथा वहां भी ऐसा कुछ नजर नहीं आया जिससे लगे कि वह परेशानी के दौर से गुजर रही हैं। उन्होंने कहा था कि कमरे में रश्मि का शव लटका मिला और फॉरेंसिक एवं पुलिस टीम मौके पर जांच कर रही हैं।
रश्मि के पिता मुन्ना लाल यादव ने कहा...
रश्मि यादव लखनऊ की मूल निवासी थी। रश्मि के पिता मुन्ना लाल यादव ने कहा था कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गई है। उन्होंने अमेठी में मीडिया से कहा था कि उनकी बेटी ने तीन दिन पहले फोन कर कहा था कि उसका तबादला हो जाए तो ठीक है क्योंकि उसे थाने के ही कुछ लोगों की ओर से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुन्ना लाल ने कहा था कि जब उनकी बेटी का तबादला हो गया तो वह काफी खुश थी। उन्होंने कहा कि खुदकुशी वाले दिन उनकी बात नहीं हुई, इसलिए इस दिन क्या हुआ, इस विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।