- उन्नाव रेप और पीड़िता को आग के हवाले कर जान लेने के मामले की गूंज कम नहीं हुई है
- सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्नाव बलात्कार और हत्या पीड़िता के परिवार से मुलाकात की
- उन्नाव गैंगरेप की पीड़िता की मौत के बाद भी अखिलेश लखनऊ में विधानसभा केसामने धरने पर बैठे थे
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप और पीड़िता को आग के हवाले कर जान लेने के मामले की गूंज अभी कम नहीं हुई है विपक्षी दल इस मामले पर योगी सरकार पर हमलावर हैं और प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो जाने की बात कह रहे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी उन्नाव मामले को योगी सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
अखिलेश यादव ने शनिवार को उन्नाव बलात्कार और हत्या पीड़िता के परिवार से मुलाकात की, उन्होंने इसके बाद कहा कि इस परिवार ने अपनी बहादुर बेटी को खो दिया है। सरकार में लोग जानते थे कि उसके साथ पहले क्या हुआ था, इसके बावजूद यह सरकार उसे बचा नहीं सकी। मैं इससे बहुत दुखी हूं।
गौरतलब है कि उन्नाव गैंगरेप की पीड़िता के दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में निधन होने के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा के सामने धरने पर बैठे थे।
वहीं अखिलेश यादव के साथ उनकी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी धरने पर बैठे थे उन्होंने ऐसा करके प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया था।
वहीं इस कांड के बाद योगी सरकार ने 7 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया था और पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपए और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2 मकान, पीड़िता की बहन को सरकारी नौकरी, पीड़िता के भाई को हथियार का लाइसेंस और परिवार को सुरक्षा देने की बात की गई है।
इससे पहले उन्नाव रेप और हैदराबाद रेप की घटनाओं पर दिल्ली वालो का गुस्सा रेप की घटनाओं पर फूटा था और राजघाट से इंडिया गेट तक बड़ा कैंडिल मार्च निकाला था वहीं देश में कई जगहों पर इस जघन्य अपराध की जमकर भर्त्सना की गई थी।
अपराधियों के हौसलें अभी भी हैं बुलंद
वहीं इस घटना के बाद भी उत्तर प्रदेश में अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। कुछ लोगों ने कानपुर में कथित तौर पर एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ की। इतना ही नहीं उन लोगों ने लड़की को धमकी दी कि अगर इसकी शिकायत पुलिस में की तो तुम्हारा हाल उन्नाव बलात्कार पीड़िता जैसी होगी।
पीड़िता ने बताया कि जब उसके इस व्यवहार पर उसने आपत्ति जताई तब आरोपियों ने उसके परिवार के सदस्यों की पिटाई की।
पीड़िता ने बताया कि जब मैं अपने परिवार के साथ नौबस्ता पुलिस स्टेशन पहुंची तो आरोपी वहां पहुंचे और हमें 'उन्नाव केस' की तरह परिणाम भुगतने की धमकी दी। पीड़िता ने कहा कि पुलिस ने वहां कोई कार्रवाई नहीं की। मेरा परिवार डर में जी रहा है।