- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव कुछ महीने बाद होने वाले हैं।
- सियासी गठबंधन शुरू हो गया है।
- सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव बहुत करीब है। सभी सियासी दल के नेता अपने-अपने तरीके से चुनाव जीतने के प्रयास में लग गए हैं। बयानबाजी भी तेज हो गई है। यूपी के सबसे बड़े विपक्षी दल के मुखिया अखिलेश यादव ने मऊ में SBSP के 19वें स्थापना समारोह पर कहा कि जिस दरवाजे से BJP सत्ता में आई उसे ओम प्रकाश राजभर ने बंद कर दिया है। बंगाल में खेला हुआ, UP में खदेड़ा होगा। आज पूरे मैदान में चारों तरफ पीला और लाल रंग (झंडा) दिख रहा है। ये देख दिल्ली और लखनऊ में बैठे लोग लाल पीला हो रहे होंगे।
इससे पहले मंगलवार को अखिलेश यादव ने 'लूट की साइकिल' वाले बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा था कि आज बीजेपी का ‘झूठ का फूल, लूट का फूल’ बनकर 24 घंटे जनता को ठग रहा है। अखिलेश ने एक ट्वीट में कहा कि पहले की सरकार में गरीबों के खातों में हजारों करोड़ों रुपया दिया जाता था। आज झूठ का फूल ‘लूट का फूल’ बनकर 24 घंटे जनता को ठग रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने इसी ट्वीट में कहा था कि आज केंद्र और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार की प्राथमिकता है- गरीब तक की जेब काटना, गरीब के परिवार की मूलभत सुविधाएं छीन लेना।
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में हार की आशंका से बीजेपी जगह-जगह लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उन्होंने कहा कि अब चुनाव नजदीक है और जनता बीजेपी को हराने जा रही है इसीलिए इस पार्टी की सरकार इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है कि प्रदेश में मौजूद मेडिकल कॉलेजों को बजट नहीं दिया जा रहा है और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बन रहे उस मेडिकल यूनिवर्सिटी को अभी तक क्रियाशील नहीं किया गया है जिसकी शुरुआत खुद प्रधानमंत्री मोदी ने की थी।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा कि आखिर सहारनपुर, बदायूं, आगरा, कानपुर, जौनपुर, फिरोजाबाद, झांसी, बांदा और आजमगढ़ के मेडिकल कॉलेजों, यहां तक कि लखनऊ की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को सरकार की तरफ से धन क्यों नहीं दिया जा रहा है। जब कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन, बेड, दवा और इलाज की जरूरत थी तब यह सरकार कहां थी? उन्होंने आरोप लगाया कि उस वक्त सरकार ने लोगों को अनाथ छोड़ दिया था।