- अमौसी और गोमतीनगर बस स्टेशन भी होंगे पीपीपी मोड में विकसित
- 18 बस स्टेशनों को पीपीपी मोड पर विकसित करने के लिए टेंडर जल्द
- बस स्टेशनों को विकसित करने की योजना 100 दिन की कार्य योजना में शामिल
Lucknow News: लखनऊ की अमौसी और गोमतीनगर (विभु खंड) बस स्टेशन को भी सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड पर विकसित किया जाएगा। यह दोनों बस स्टेशन यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) की इस योजना के पहले चरण में 18 बस स्टेशनों की लिस्ट में शामिल है। इन बस स्टेशनों को विकसित करने के लिए सरकार की तरफ से कागजी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
यह जानकारी परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि इन बस स्टेशनों को विकसित करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जल्द ही विभाग की तरफ से ई-निविदा के माध्यम से बोलियां आमंत्रित की जाएंगी। इस कार्य को विभाग के अलग 100 दिनों के काम के लिस्ट में शामिल किया गया है। इस प्रस्ताव की मंजूरी के लिए जल्द ही इसे शासन के पास भेजा जाएगा। सरकार द्वारा अप्रूवल मिलने के बाद बोलियां आमंत्रित की जाएंगी। बता दें कि यूपी सरकार के बजट 2022-23 में इस योजना के लिए भी बजट अलॉट किया गया है।
प्रथम चरण में बस स्टेशन होंगे विकसित
परिवहन निगम के एमडी आरपी सिंह ने बताया कि बीडर्स के सुझावों के आधार पर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसके तहत बस अड्डों को डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, आपरेट एंड ट्रांसफर मॉडल पर विकसित किया जाएगा। यूपी सरकार की योजना के अनुसार राज्य के 23 बस स्टेशनों को विकसित किया जाना है। इसके पहले चरण में 18 बस स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। पीपीपी मॉडल पर कौशांबी (गाजियाबाद), कानपुर सेंट्रल, वाराणसी कैंट, सिविल लाइंस (प्रयागराज), विभूति खंड गोमतीनगर (लखनऊ), मेरठ, ट्रांसपोर्ट नगर (आगरा), ईदगाह (आगरा), आगरा फोर्ट (आगरा), अलीगढ़, मथुरा (ओल्ड), गाजियाबाद, गोरखपुर, चारबाग बस स्टेशन लखनऊ, जीरो रोड डिपो (प्रयागराज), अमौसी (लखनऊ), साहिबाबाद तथा अयोध्या शामिल है।