- लखनऊ में फिर सामने आया रिश्वत लेने का मामला
- रिश्वत लेते सिपाही रंगेहाथ गिरफ्तार
- सिपाही और महिला दरोगा के खिलाफ केस दर्ज
Lucknow Bribe Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फिर से एक रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। इस बार एंटी करप्शन की टीम ने एक सिपाही को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोचा है। इस मामले में विवेचक दरोगा और सिपाही के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया गया कि एक मारपीट के मुकदमे में आरोपियों का नाम हटाने व समझौता कराने के नाम पर सिपाही और दरोगा ने रिश्वत मांगी थी। 38 हजार रुपये की रिश्वत मांगने की शिकायत पर ही एंटी करप्शन की टीम ने यह कार्रवाई की है।
बताया गया कि बीबीडी थाने में मारपीट का एक मामला दर्ज किया गया था। वहीं विवेचक महिला दरोगा अंजलि दुबे और सिपाही राहुल शुक्ला ने इस मामले में आरोपियों के नाम हटाने व समझौता कराने के नाम पर 38 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
यह है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार बीबीडी के हासेमऊ की रहने वाली निवेदिता से गोसाईगंज निवासी राकेश पांडे और उनकी पत्नी कुसुम पांडे का मकान के निर्माण को लेकर विवाद हो गया था। इस दौरान उनके बीच मारपीट भी हुई थी। वहीं मारपीट की घटना के बाद निवेदिता ने बीबीडी थाने में दोनों पति पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस मामले की जांच अंजलि दुबे को सौंपी गई थी। आरोप है कि विवेचक अंजलि दुबे ने जांच के दौरान मोटी रकम मांगी थी। महिला दरोगा द्वारा रिश्वत मांगने पर पीड़ित ने एंटी करप्शन की टीम से मामले की शिकायत की थी।
महिला दरोगा को 10 हजार रुपये देने की बात आई सामने
डीआईजी राजीव मल्होत्रा के अनुसार, महिला दरोगा अंजलि दुबे को 10 हजार रुपये देने की बात सामने आई है। बताया गया कि अंजलि दुबे ने पीड़ित से इस मामले में 38 हजार रुपये की रिश्वत मांग की थी। उन्होंने बताया कि महिला दरोगा अंजलि दुबे और सिपाही राहुल शुक्ला को सुशांत गोल्फ सिटी थाने में नामजद आरोपी बनाया गया है।