- लखनऊ में एंटी करप्शन की बड़ी कार्रवाई
- एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा को किया गिरफ्तार
- दरोगा के पास से बरामद हुए रिश्वत के पांच हजार रुपये
Lucknow Corrupt Police Officer News: लखनऊ में एंटी करप्शन की टीम ने एक दरोगा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोचा है। एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा के पास से पांच हजार रुपये भी बरामद किए हैं। मारपीट के मामले में एक व्यक्ति ने एंटी करप्शन की टीम से शिकायत की थी, जिसके बाद टीम ने दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। मामला उजागर होने पर पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है।
एंटी करप्शन की टीम के अनुसार, एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि मारपीट के मामले में धारा बढ़ाने के नाम पर चिनहट में तैनात दरोगा ने दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। हालांकि बातचीत के दौरान मामला पांच हजार रुपये में तय हुआ। इसके बाद पीड़ित ने चुपचाप मामले की जानकारी एंटी करप्शन विभाग को दे दी।
दरोगा ने रिश्वत लेकर थाने बुलाया था
वहीं बुधवार को मनोज ने विवेचक दरोगा से बातचीत की तो उन्होंने पांच हजार रुपये लेकर थाना परिसर में बुलाया। एंटी करप्शन टीम के दो कर्मचारी सादे कपड़ों में पीड़ित के साथ थाना परिसर पहुंचे। इसके बाद सीसीटीएनएस रूम में जैसे ही पीड़ित ने दरोगा को पांच हजार रुपये दिए तो टीम ने दरोगा को रंगेहाथ पकड़ लिया। एंटी करप्शन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है। दरोगा के खिलाफ गाजीपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
यह था मामला
चिनहट के गंगा विहार कॉलोनी के रहने वाले मनोज कुमार मिश्र का सात जून को उसके भाई मोहित कुमार से विवाद हो गया था। वहीं आठ जून को मनोज मिश्र ने भाई पर पीटने का आरोप लगाते हुए चिनहट थाने में मारपीट और धमकाने का केस दर्ज कराया था। मामले की विवेचना के दौरान दरोगा ने पीड़ित से धारा बढ़ाने के नाम पर दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। मामले की जानकारी मिलने के बाद एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है।