- अवध शिल्प ग्राम में बने 450 बेडों के अटल बिहारी वाजपेयी कोरोना अस्पताल की शुरूआत 5 मई से होगी
- लखनऊ में बढ़े साढ़े चार सौ बेड और, डीआरडीओ की ओर से तैयार कोविड अस्पताल
- ऑक्सीजन और वेंटिलेटर बेड के साथ सभी चिकित्सीय सुविधाओं से होगा लैस
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रदेश में हर सुविधाओं और संसाधनों में इजाफा कर रहे हैं। इसी क्रम में अवध शिल्प ग्राम में बने 450 बेडों के अटल बिहारी वाजपेयी कोरोना अस्पताल की शुरूआत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस अस्पताल को 250 बेड के साथ शुरू किया जा रहा है, जिनमें 150 आइसीयू और 100 बेड आइसोलेशन वार्ड के होंगे। अगले तीन दिनों में यहां मौजूदा सभी बेड का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।
इसके बाद लखनऊ में बड़ी संख्या में एल 2 और एल 3 स्तर के कोरोना संक्रमितों को काफी राहत मिलेगी। हालांकि इसे पहले ही शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन स्टाफ की कमी की वजह से देर हुई।
डीआरडीओ की तरफ से तैयार किए इस कोविड अस्पताल में 24 घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ-साथ वेंटिलेटर और ऑक्सीजन बेडों की सुविधा है, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न आए। कोविड अस्पताल में सेना मेडिकल कोर की मदद से चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। डीआरडीओ के इस अस्पताल में सीधे भर्ती की व्यवस्था नहीं होगी। रोजाना खाली बेड के आधार पर लालबाग स्थित कोविड कमांड सेंटर से सीएमओ प्रशासन मरीजों को एम्बुलेंस से इस अस्पताल में भेजेगा।
सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश भर में चिकित्सीय संसाधनों और सुविधाओं में इजाफा हो रहा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति से लेकर बेडों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। साथ ही प्रदेश में रोजाना जांचों की संख्या बढ़ रही है और संक्रमितों की संख्या कम हो रही है। इतना ही नहीं रिकवरी रेट भी बढ़ रहा है।
दो दिन पूर्व सीएम योगी ने अटल बिहारी वाजपेयी कोरोना अस्पताल का निरीक्षण किया था और आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। इसके बावजूद पैरा मेडिकल और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी की वजह से इसे शुरू करने में समय लग गया। जबकि स्थानीय स्तर पर सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई थीं।