- एल 2 और एल 3 स्तर के बेडों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ड्यूटी पर तैनात होंगे एमबीबीएस के छात्र
- केजीएमयू में 5500 से 1100, राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में 5000 से 1000 जांच के निर्देश
- अमेठी, बिजनौर, कुशीनगर, देवरिया, मऊ बुलंदशहर सहित 12 जिलों में बन रही आरटीपीसीआर की नई लैब
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर जिलों में अफसरों को काफी सख्त लहजे में चेताया है। उन्होंने कहा कि गलतफहमी में न रहें, लॉकडाउन नहीं लगेगा। हम जनता को मरने नहीं देंगे, बेड की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। पहले से पूरी तैयारी करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अधिकारी कड़ाई से कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करें। सीएम ने स्पष्ट किया कि लॉकडाउन नहीं लगेगा क्योंकि जीवन और जीविका दोनों ही आवश्यक हैं।
MBBS के चौथे-पांचवें साल के छात्रों की लगेगी ड्यूटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को लेकर अधिकारियों को युद्ध गति से कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सख्त निर्देश दिए हैं कि हर हाल में प्रदेश में एल 2 और एल 3 स्तर के बेडों की संख्या में जल्द से जल्द इजाफा करें, यदि निजी संस्थान इस महामारी में असहयोग कर रहे हैं, तो उनके खिलाफ कार्यवाही करें। इसके अलावा उन्होंने एमबीबीएस के चौथे और पांचवें साल के छात्रों की परिक्षाएं निरस्त होने के कारण इनकी ड्यूटी अस्पताल में लगाने के निर्देश दिए हैं।
अस्पतालों में बेड्स बढ़ाने के निर्देश
सीएम योगी ने बेड बढ़ाने के लिए सरकारी संस्थानों, निजी मेडिकल कॉलेजों के अलावा अन्य विकल्पों पर भी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने टेस्ट की क्षमता बढ़ाने के लिए केजीएमयू में 5500 से 1100 और राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में 5000 से एक हजार करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व में आगरा, बरेली और नोएडा में संचालित केंद्रीय संस्थाओं की लैब में 12 सौ जांचें रोजाना होती थीं। सीएम योगी ने इनका भी उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।
निजी अस्पतालों को टेकओवर करेगी सरकार
सीएम योगी ने कहा कि लखनऊ में एरा, टीएसएम और इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज में दो हजार बेड बढ़ाए जा रहे हैं। हालांकि बलरामपुर हास्पिटल में तीन सौ और बेडों की व्यवस्था हो गई है। इसमें 215 बेड आक्सिजन युक्त, 40 बेड वेंटिलेटर युक्त, आज शाम तक 25 और बेड वेंटिलेटर युक्त हो जाएंगे। उन्होंने लखनऊ के कैंसर हास्पिटल को टेकओवर कर तीन सौ बेड में 50 बेड आईसीयू के बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हिंद और मेयो हास्पिटल को भी टेकओवर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश में ऐसे हास्पिटल और मेडिकल कॉलेजों में एक-एक नोडल अधिकारी तैनात करने के निर्देश दिए हैं, ताकि इनकी देखभाल में लोगों को सुचारू उपचार मिलता रहे। उन्होंने कानपुर में रामा मेडिकल कॉलेज को टेक ओवर करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रयागराज में यूनाईटेड हास्पिटल को टेकओवर करने के निर्देश दिए हैं। यहां अतिरिक्त रूप से सौ और बेड की व्यवस्था हो गई है।
आरटीपीसीआर जांच के निर्देश
सीएम योगी के निर्देशों का ही असर है कि 12 जिलों अमेठी, और्रैया, बिजनौर, कुशीनगर, देवरिया, मऊ, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, बुलंदशहर, सीतापुर, महोबा और कासगंज में नई आरटीपीसीआर की लैब बनाई जा रही हैं। प्रदेश में अभी तक रोजाना करीब दो लाख से ज्यादा हो रही जांचों में करीब आधी जांच आरटीपीसीआर से हो रही थी, इसे बढ़ाकर उन्होंने रोजाना डेढ़ लाख करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ज्यादा जांचों के लिए निजी लैबों को भी प्रोत्साहित करने और उनसे वार्ता करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निजी लैबों में जांच बढ़ाने के लिए राज्य सरकार की ओर से भुगतान करने पर भी विचार करने को कहा है।
प्रभारी मंत्री करें जिलों की रोजाना समीक्षा: सीएम योगी
सीएम योगी ने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि अपने-अपने प्रभार वाले जिलों की रोजाना समीक्षा करें। सभी जिलों में वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं, यह सुनिश्चित करें कि उनका उपयोग हो रहा है या नहीं। इसके अलावा यदि किसी अन्य संसाधन की आवश्यकता है, तो उससे तुरंत अवगत कराएं। प्रदेश में 108 एंबुलेंस करीब 47 सौ हैं। सीएम योगी ने इनमें से आधी एंबुलेंस का उपयोग कोविड और आधी नान कोविड रोगियों के लिए करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि वह अपनी जरूरतों के अनुसार निजी क्षेत्र के एंबुलेंस भी अधिग्रहित करें।