- बिजली की अनियमित कटौती से लोगों को गर्मी ने और किया बेहाल
- दिनभर में कई बार होती है बिजली की कटौती
- इस संकट की बड़ी वजह है यूपी में कई पावर प्लांटों का बंद होना
Lucknow Electricity: इस वर्ष लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं। दो महीने पहले से ही गर्मी चरम पर है। ऐसे में बिजली की अनियमित कटौती लोगों को और बेहाल कर रही है। उत्तर प्रदेश में गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली संकट भी गहराता चला जा रहा है। आलम ये है कि शाम से लेकर रात तक भयंकर बिजली कटौती की जा रही है। गांवों में तो रात में 6 से 7 घंटे की बिजली कटौती की जा रही है।
पावर कॉरपोरेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, मौजूदा समय में पीक ऑवर्स में बिजली की डिमांड 22,500 मेगावाट है। वहीं, पावर कॉरपोरेशन अधिकतम 18,500 मेगावाट तक ही सप्लाई कर पा रहा है। इस तरह मांग के मुकाबले करीब 4,000 मेगावाट का अंतर बना हुआ है। इस कारण गांवों, नगर पंचायत, तहसील स्तर पर बिजली कटौती की जा रही है। इस संकट की बड़ी वजह एक्सचेंज पर महंगी बिजली और यूपी में कई पावर प्लांटों का बंद होना है।
ओवरलोडिंग की वजह से शहरों में कटौती
एक तरफ जहां प्रदेश में बिजली संकट है। वहीं, दूसरी ओर उपकेंद्र और ट्रांसफार्मर की ओवरलोडिंग के चलते शहरों में भी बिजली कटौती हो रही है। आलम ये है कि महानगरों में भी दिन और रात के वक्त 3-4 घंटे तक ट्रिपिंग की वजह से या फिर टेक्निकल फॉल्ट के चलते लोगों को कटौती का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, कानपुर समेत ज्यादातर शहरों में ओवरलोडिंग के कारण बिजली संकट पैदा हो रहा है।
एक्सचेंज से भी बिजली नहीं खरीद पा रहा कॉरपोरेशन
भारी-भरकम घाटे की वजह से पावर कॉरपोरेशन एक्सचेंज से भी बिजली नहीं खरीद पा रहा है। कॉरपोरेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एक्सचेंज पर मौजूदा समय में डिमांड अधिक होने की वजह से महंगी बिजली मिल रही है। इसकी वजह से पावर कॉरपोरेशन ये बिजली नहीं खरीद पा रहा है। अभी तक बिजली संकट की स्थिति में कॉरपोरेशन को एक्सचेंज से बिजली मिल जाती थी। लेकिन पैसे की कमी के कारण कॉरपोरेशन मांग पूरी करने के लिए एक्सचेंज से बिजली नहीं खरीद पा रहा है। हाल ही में कॉरपोरेशन प्रबंधन ने एक्सचेंज से 7 रुपए प्रति यूनिट से अधिक महंगी बिजली नहीं खरीदने का फैसला लिया था। साथ ही यूपी को बिजली देने वाली कई यूनिटों के बंद होने की वजह से भी संकट पैदा हो रहा है। सोमवार को 660 मेगावाट की तीन यूनिटें बंद रहीं। इसके अलावा कई छोटी यूनिटें भी बंद हैं। इसकी वजह से भी बिजली संकट पैदा हो रहा है।
दिन में सप्लाई कर पूरा कर रहे शेड्यूल
रात में बिजली की मांग अधिक होने और बिजली कम उपलब्ध होने की वजह से जहां कॉरपोरेशन रात में बिजली सप्लाई नहीं कर पा रहा है। वहीं दिन में बिजली उपलब्ध होने की स्थिति में सप्लाई कर शेड्यूल को पूरा करने की कोशिश की जा रही है।