- आरोपी पति को पत्नी के चरित्र पर था संदेह
- घटना के बाद आरोपी खुद गया पुलिस के पास
- दोनों का हुआ था प्रेम विवाह
Lucknow Crime News: कहा गया है कि शक की बीमारी का कोई इलाज नहीं है। यह बीमारी लाइलाज है। पीजीआई के कल्ली पश्चिम की रहने वाली सरिता की उसके पति ने चरित्र पर संदेह को लेकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी ने खुद पुलिस के पास पहुंच कर अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी पति को पत्नी पर संदेह था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी पति को हिरासत में लेकर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है।
दोनों के बीच हमेशा झगड़ा होता रहता था। आरोपी को पत्नी के चरित्र पर संदेह रहता था। वह उसे सुधर जाने की धमकी भी देता था। घटना के बाद उसे आत्मग्लानी हुई और उसने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मामले की जानकारी मृतिका के परिजनों को दे दी है।
दोनों का हुआ था प्रेम विवाह
पुलिस ने बताया कि तकरीबन 9 साल पहले कृष्ण कुमार ने पत्नी के साथ प्रेम विवाह किया था। हालांकि उसे अपनी पत्नी के ऊपर हमेशा शंका बनी रहती थी। वह अक्सर उसे सुधर जाने की भी चेतावनी देता था। इसी शक के चलते वह मोहनलालगंज थाने के मऊ गांव में अपना घर छोड़कर पीजीआई के कल्ली में किराए के मकान में रहने लगा था। हालांकि इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। दोनों के बीच में अक्सर तू-तू मैं मैं होती रहती थी। तू-तू मैं मैं से बात आखिर हत्या पर आकर रुकी।
शाम को हुआ विवाद, रात में कर दी हत्या
मिली जानकारी के अनुसार बीती शाम भी वह कल्ली स्थित अपने घर आया तो दोनों के बीच विवाद होने लगा। फिर देर रात को पति ने उसकी दुपट्टे से गला घोंट कर हत्या कर दी। हालांकि इस घटना के बाद आरोपी को आत्मग्लानी महसूस हुई और उसने पुलिस के पास पहुंच अपना अपराध स्वीकार किया।
मामले को लेकर प्रभारी निरीक्षक पीजीआई धर्मपाल ने बताया कि कृष्ण कुमार को अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था। इसी के चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया। मामले में महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतिका के परिजनों को भी इस घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है। इसी के साथ मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।