- हैवतमऊ मवैया झील के आएंगे अच्छे दिन
- झील को मॉडल के रूप में किया जाएगा विकसित
- 12 करोड़ रुपये से होगा सौंदर्यीकरण का काम
लखनऊ में रायबरेली रोड स्थित हैवतमऊ मवैया झील को अमृत योजना के तहत मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके द्वितीय फेज के लिए 12 करोड़ रुपये का बजट और प्रस्तावित कर दिया गया है। नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने इसके काम का निरीक्षण किया है। उन्होंने शहीद पथ के पास नालों की सफाई का काम भी देखा और कान्हा उपवन का जायजा लिया। हैवतमऊ मवैया झील में चल रहे सौंदर्यीकरण के कार्य को भी उन्होंने देखा।
आपको बता दें कि, दूसरे फेज में झील के 2.50 हेक्टेयर क्षेत्र को विकसित करने के लिए 12 करोड़ का बजट भी प्रस्तावित हो गया है। अभी 5.05 हेक्टेयर में 20 करोड़ से सौंदर्यीकरण हो रहा है।
वॉटर फाउंटेन और फूड कोर्ट भी बनेगा
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि, झील में आसपास के इलाके की कॉलोनियों का पानी आता है। इसे शोधित करने के लिए एक एमएलडी का एसटीपी भी बनाया जाएगा। साथ ही योजना में वॉटर फाउंटेन, फूड कोर्ट, सोलर पावर बैकअप, चिल्ड्रन प्ले एरिया, पाथवे, बाउंड्रीवॉल, बेंच, टिकट काउंटर और गार्ड रूम भी बनाया जाएगा। बैठने के लिए चबूतरों का निर्माण होगा। तालाब में उतरने के लिए सीढियां बनाई जाएंगी। घूमने के लिए पाथ-वे बनाया जाएगा।
नाला सफाई के काम में तेजी के निर्देश
इस दौरान मंत्री ने शहीद पथ के पास ओमेक्स सिटी के करीब किला मोहम्मदी नाले की सफाई का काम भी देखा। यहां दो टीमैक्स मशीन और 20 मजदूर काम पर लगे थे। उन्होंने शहीद पथ सर्विस रोड के दोनों ओर बने आरसीसी नाले की सफाई सही न मिलने पर फिर से कराने के निर्देश दिए। नाला सफाई के बाद सिल्ट उठाने के साथ बचे नालों की सफाई का काम एक सप्ताह में पूरा करने के लिए कहा।
नदी किनारे बनेगा गोमती शौर्य स्मारक
दूसरी ओर लखनऊ में ही नदी किनारे गोमती शौर्य स्मारक की स्थापना होगी। इसे लेकर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अधिकारियों के साथ छतर मंजिल परिसर का निरीक्षण किया। साथ ही हेरिटेज जोन की संरक्षित धरोहरों गुलिस्ताने इरम एवं दर्शन विलास कोठी का जायजा लिया। लखनऊ में भारतीय नौसेना के गोमती शौर्य स्मारक के रूप में उत्कृष्ट संग्राहलय बनेगा। इसके लिए छतर मंजिल के पीछे गोमती की ओर नौसेना से सेवानिवृत्त युद्धपोत आईएनएस गोमती को रखा जाएगा। इसकी उपलब्धियों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए इस स्मारक को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां म्यूरल गैलरी, हर्बल गार्डन, रेस्टोरेंट, मनोरंजन स्थल, लैंड स्केपिंग, प्रसाधन कॉम्पलेक्स, ओपन एयर थिएटर की भी व्यवस्था होनी है।