- लखनऊ में ठगी का बड़ा मामला
- 450 बेरोजगारों को बनाया शिकार, ढाई करोड़ रुपये की ठगी
- पुलिस ने गिरोह के चार आरोपियों को किया गिरफ्तार
Lucknow Fraud Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है। जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान रह गया। इस गिरोह के सदस्य विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर बेरोजगारों से ठगी करते थे। बताया गया कि, गिरोह के शातिर सदस्य अब तक साढ़े चार सौ बेरोजगारों से ढाई करोड़ रुपये की ठगी कर चुके थे। वहीं विभूतिखंड पुलिस ने बुधवार को इस गिरोह का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार इस गिरोह के चार शातिर आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इनके पास से 80 पासपोर्ट, एक लाख रुपये की नगदी व छह लाख रुपये का सामान बरामद किया गया है। इस गिरोह का नेटवर्क बिहार तक फैला हुआ है। अभी गिरोह का सरगना फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
श्याम प्रसाद ने आरोपियों के खिलाफ दी थी तहरीर
बताया गया कि गोमती नगर विस्तार के खरगापुर के रहने वाले श्याम प्रसाद ने हमीरपुर निवासी पुष्पेंद्र यादव, सिवान के मंजेश दुबे, जहानाबाद फरीदपुर के जावेद इकबाल और बहराइच के मुकेश वर्मा के खिलाफ तहरीर दी थी। तहरीर में बताया था कि, ये आरोपी विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर बेरोजगारों से ठगी कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसके बाद विभूति खंड पुलिस ने बुधवार को चारों आरोपियों को दबोच लिया।
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में किया चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है। आरोपियों ने बताया कि विदेश भेजने के लिए वे फर्जी नाम पते का मेडिकल सर्टिफिकेट बना कर बेरोजगारों को थमा देते थे। ऐसा करने से आरोपी लोगों को विश्वास में ले लेते थे। इसके बाद आसानी से लोगों को ठगी का शिकार बना लेते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 20 से अधिक मेडिकल प्रमाण पत्रों को बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि इन प्रमाण पत्रों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा।