- लखनऊ के मवैया में महिला तस्कर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला
- भीड़ ने पुलिस पर किया पथराव, जीप हुई क्षतिग्रस्त
- महिला के पास मिला था गांजा, भीड़ ने महिला तस्कर को छुड़ाने की कोशिश की
Attack ON Police: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस पर हमला करने का मामला सामने आया है। पुलिस की टीम महिला तस्कर को पकड़ने गई थी। हमले के बाद आलमबाग कोतवाली से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया। उसके बाद महिला तस्कर को गिरफ्तार किया गया। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार मवैया में सोमवार देर रात महिला तस्कर को पकड़ने पहुंची आलमबाग पुलिस को लोगों ने घेर लिया।
पुलिस की गिरफ्त में आई तस्कर अंजू को पुलिस जीप में बैठाकर ले जाने लगी तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव में पुलिस की गाड़ी के शीशे और लाइट टूट गई। वहां मौजूद भीड़ ने तस्कर अंजू को छुड़ाने की कोशिश की। सूचना के बाद आलमबाग कोतवाली से अतिरिक्त पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। जिसके बाद अंजू को गिरफ्तार किया जा सका। पुलिस ने हमला करने के आरोप में दो दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
महिला के पास से मिला गांजा
बताया जा रहा है कि आलमबाग कोतवाली में तैनात दरोगा चन्द्रभानु वर्मा और दरोगा अमरनाथ चौरसिया अन्य पुलिसकर्मियों के संग मवैया में गश्त पर थे। पुलिसकर्मियों में एक महिला सिपाही भी शामिल थी। गश्त के दौरान पुलिस की टीम ने मवैया रेलवे क्राॅसिंग के पास एक महिला को संदिग्ध हालत में खड़े देखा। पुलिस को देख महिला ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने महिला को पकड़ लिया। महिला की तलाशी ली तो उसके पास पांच किलो ग्राम गांजा मिला। महिला की पहचान अंजू के रूप में हुई। उधर अंजू के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही उसे छुड़ाने के लिए कई लोग आ गए। इस दौरान भीड़ ने अंजू को निर्दोष बताया। जब पुलिस ने उसके पास गांजा मिलने की बात कही तो सब भड़क गए। भीड़ के भड़ने पर पुलिस ने अंजू को जीप में बैठा लिया। इस पर भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
जांच में सामने आया दो युवकों ने पुलिस पर पथराव कराया
पथराव में पुलिस जीप क्षतिग्रस्त हो गई। पथराव होने पर दरोगा चन्द्रभानु ने आलमबाग से अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही भीड़ तितर-बितर हो गई। पुलिस पर पथराव कराने में दो युवकों के नाम सामने आए हैं। रोहित और गुलशन नाम के युवकों ने भीड़ को पथराव के लिए उकसाया। दरोगा चन्द्रभानु की तहरीर पर रोहित और गुलशन समेत अन्य पर बलवा, सरकारी कार्य में बाधा डालने, तोड़फोड़ और सात सीएल एक्ट में केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा अंजू के खिलाफ भी तस्करी करने का मुकदमा दर्ज हुआ है।