- लखनऊ के 18 चौराहे आने वाले दिनों में होंगे जाम मुक्त
- आरटीओ की सर्वे रिपोर्ट पर खामियां होंगी दूर
- 15 दिनों में काम शुरू करने का लक्ष्य
Lucknow News: यूपी की राजधानी लखनऊ के 18 चौराहे आने वाले दिनों में जाम मुक्त हो जाएंगे। इसके लिए मंडलायुक्त के दिशा-निर्देश में कवायद तेजी से चल रही है। आरटीओ की सर्वे रिपोर्ट पर खामियां दूर की जाएंगी। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर स्मार्ट सिटी परियोजना के बजट से चौराहों की सूरत बदली जाएगी। चयनित चौराहों को सुधारने के लिए पांच विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। एक सप्ताह के अंदर प्रस्ताव बनाकर 15 दिनों में काम शुरू करने का लक्ष्य है।
जिन 12 चौराहों को स्मार्ट बनाने के लिए चयनित किया गया है, उनमें मटियारी चौराहा, सुषमा हॉस्पिटल चौराहा, बालागंज चौराहा, अलकापुरी चौराहा, पेपर मिल, कोनेश्वर चौराहा, निशातगंज शामिल हैं। आपको बता दें कि इन चौराहों पर वाहनों का ट्रैफिक लोड अधिक है। इस कारण इनको सुधारा जाएगा।
इन पांच विभागों को दी गई जिम्मेदारी
वहीं, दूसरे चरण में छह और चौराहे चुने गए हैं। इनमें हजरतगंज चौराहा, भिटौली चौराहा से सीतापुर रोड, इंजीनियरिंग कॉलेज से जानकीपुरम, दुबग्गा चौराहे से हरदाई रोड, बाराविरवां चौराहा से अवध चौराह एवं शहीद पथ से अयोध्या रोड और कानपुर रोड की सर्वे रिपोर्ट पर खामियों को दुरुस्त किया जाएगा। स्मार्ट सिटी परियोजना के बजट से चौराहों की स्थिति सुधारी जाएगी। आपको बता दें कि लखनऊ नगर निगम, पीडब्लूडी, एनएचआई, यातायात विभाग और परिवहन विभाग को राजधानी के चौराहे को जाम से मुक्त बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, आरटीओ प्रशासन लखनऊ रामफेर द्विवेदी ने बताया कि, लखनऊ को जाम मुक्त बनाने के लिए अभी तक दो चरणों में 18 चौराहों का सर्वे किया गया है। जाम की समस्या दूर करने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत चौराहे पर सुधार कराया जाएगा।
इन छह सुझावों पर होगा काम
ट्रैफिक जाम से राहत के लिए हर चौराहे पर दिशा सूचक साइनेज बोर्ड लगाया जाएंगे। चौराहे के 50 मीटर के दायरे में नो वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे। चौराहे के 50 मीटर के दायरे में नो पार्किंग स्थल रहेगा। जरूरत के मुताबिक डिवाइडर और स्पीड ब्रेकर बनाए जाएंगे। बड़े चौराहे पर आईलैंड से ट्रैफिक कंट्रोल किया जाएगा। मुख्य मार्गों पर बने अवैध कट बंद कराए जाएंगे।