- इंडियन रेलवे देगा यात्रियों को राहत
- ट्रेनों की गति बढ़ाकर यात्रियों को राहत देने की तैयारी
- रेलवे बोर्ड के सदस्य परिचालक और व्यवसाय ने की अधिकारियों के साथ बैठक
Train Speed: मिशन रफ्तार के तहत ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। पहले चरण में लखनऊ से नई दिल्ली और वाराणसी सेक्शनों पर 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी। इससे लखनऊ-दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्रियों का करीब 40 मिनट का समय बचेगा। इस दिशा में तैयारियों की समीक्षा करने पहुंचे रेलवे बोर्ड के सदस्य परिचालक और व्यवसाय संजय मोहंती ने पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय पर परिचालन से लेकर अन्य विभागों के रेल अफसरों के साथ बैठक की।
बैठक के बाद संजय मोहंती ने कहा कि, वर्तमान में चल रहे आधारभूत संरचना और विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें। निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराया जाए, जिससे ट्रेनों के आवागमन की गति को बढ़ाया जा सके।
विकास कार्य की स्थिति की ली जानकारी
समीक्षा बैठक में डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने पावर प्वाइंट के जरिए मंडल की संरचना, यात्री सुविधाओं, यात्री और माल भाड़ा आय, मंडल में चल रहे विकास कार्य की स्थिति से अवगत कराया जाएगा। आपको बता दें कि, मथुरा से बीना के बीच तीसरी लाइन बिछाई जा रही है। यह रेलवे के दिल्ली-मुंबई रूट पर प्रस्तावित मिशन रफ्तार में मददगार साबित होगी। तीसरी लाइन शुरू होने पर माल ढुलाई पर काफी असर पड़ेगा।
तीसरी रेल लाइन के प्रस्ताव को दी थी हरी झंडी
गौरतलब है कि, अगस्त 2016 में आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीइए) ने मथुरा से झांसी के बीच 273.80 किलोमीटर और झांसी से बीना के बीच 152.57 किलोमीटर की तीसरी रेल लाइन के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी थी। तीसरी नई रेल लाइन बिछाने में मथुरा-झांसी के बीच 4377 करोड़ और झांसी-बीना के मध्य 2490 करोड़ रुपये का खर्चा था। रेल विकास निगम लिमिटेड मथुरा से झांसी के बीच और झांसी से ललितपुर के बीच रेलवे का निर्माण संगठन और ललितपुर व बीना के बीच इंजीनियरिंग विभाग कर रहा है। यह परियोजना दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल इस परियोजना के तहत कई जगह काम पूरा हो गया है।