लखनऊ : आपराधिक दुनिया से सियासत में कदम रखनेवाले मुख्तार अंसारी को लेकर बीते कुछ समय से सियासत गर्म है। मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और फिलहाल पंजाब की जेल में बंद हैं। इसे लेकर बीते कुछ दिनों में पंजाब और यूपी सरकार के बीच टकराव भी सामने आया। इन सबके बीच प्रशासन ने लखनऊ में मुख्तार अंसारी की संपत्ति पर बुल्डोजर चलाया है।
लखनऊ के हजरतगंज इलाके में मुख्तार अंसारी की संपत्ति पर बुल्डोजर चलाया गया है। यह कार्रवाई लखनऊ विकास प्राधिकरण ने की है। यह मुख्तार अंसारी की अवैध संपत्ति बताई गई है।
प्राधिकरण ने यहां 'रानी सल्तनत' नाम की मुख्तार अंसारी की बिल्डिंग को गिराने का काम सुबह 7 बजे से ही शुरू कर दिया। प्राधिकरण का कहना है कि यह इमारत नक्शा पास करवाए बगैर ही बनाई गई है।
लखनऊ के हजरतगंज इलाके में स्थित रानी सल्तनत प्लाजा को मुख्तार अंसारी की सल्तनत भी कहा जाता है। मुख्तार अंसारी की यह संपत्ति लखनऊ विकास प्राधिकरण के जोन 6 हजरतगंज गांधी आश्रम के बगल में थी।
मऊ से बसपा के विधायक मुख्तार अंसारी इस वक्त पंजाब की रोपड़ जेल में हैं। यूपी सरकार ने पंजाब से अंसारी को यूपी ट्रांसफर करने की अपील की है, लेकिन पंजाब ने इससे इनकार कर दिया। अंसारी ने यूपी की जेलों में अपनी जान पर संकट बताया था, जिसके बाद उन्हें पंजाब शिफ्ट किया गया था।
अंसारी की पत्नी ने बीते साल नवंबर में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को इस संबंध में पत्र भी लिखा था और अपने पति तथा परिजनों की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। हालांकि यूपी सरकार का कहना है कि यह सिर्फ अपने गुनाहों से बचने की अंसारी की चाल है।