लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर प्रदेश में जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। पांच अगस्त को प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत एक दिन में 80 लाख से ज्यादा राशन कार्ड धारकों को एक लाख 68 हजार मीट्रिक टन से अधिक फ्री राशन देकर नया रिकार्ड बना है। इससे तीन करोड़ 37 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। देश ही नहीं, बल्कि विश्व में एक दिन में सबसे अधिक लोगों को फ्री राशन देने में यूपी का नाम दर्ज हो गया है।
15 करोड़ लोगों को हर माह फ्री राशन मिला
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रदेश ने ‘सेवा से संकल्प की पूर्ति’ कर विश्व में नया रिकार्ड बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत पिछले साल मार्च में फ्री राशन देने की घोषणा की थी। इसके तहत 11 महीने केंद्र सरकार और पांच महीने राज्य सरकार ने लोगों को फ्री राशन दिया है। इससे प्रदेश के करीब 15 करोड़ लोगों को हर माह फ्री राशन मिला है। सीएम योगी ने कोराना काल में कोई भूखा न रहे, इसलिए निर्देश दिया था कि एक भी जरूरतममंद राशन से वंचित न रहे, राशन कार्ड न हो, तो तत्काल बनाएं।
वाटरप्रूफ थैले में दिया गया राशन
ई पॉस मशीनों के माध्यम से हर लाभार्थी की सूचना https://fcs.up.gov.in/pmgkay.html पर पल-पल दिनभर अपडेट होती रही। इसके माध्यम से कितने लोगों को राशन मिला, इसे लाइव देखा जा सकता था। लाभार्थी को राशन मिलने के बाद ई पॉस मशीनों पर अंगूठा लगाते ही सूचना वेबसाइट पर अपडेट हो रही थी। सुबह से शुरू हुए इस कार्यक्रम में देर शाम तक पांच करोड़ से अधिक लाभार्थियों को राशन मिल चुका था। खास बात यह थी कि योगी सरकार की ओर से इस बार वाटरप्रूफ थैले में राशन दिया जा रहा था, राशन और थैला दोनों फ्री दिया गया है।
इन जिलों में लोगों को मिला एक दिन में सर्वाधिक राशन
प्रदेश में एक दिन में सबसे अधिक राशन आजमगढ़, प्रयागराज, गोरखपुर और सीतापुर जिले में दिया गया। आजमगढ़ में 2,57,848, प्रयागराज में 2,45,708, गोरखपुर में 2,33,500 और सीतापुर में 2,27,900 कार्ड धारकों को राशन दिया गया है।
मई तक 3263 करोड़ से अधिक की सब्सिडी की हुई बचत
पिछली सरकारों में राशन की कालाबाजारी और भ्रष्टाचार को लेकर धरना प्रदर्शन आम बात हो गई थी, लेकिन राशन वितरण प्रणाली को चुस्त दुरुस्त करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से ई-पॉस मशीनों के माध्यम से राशन वितरण शुरू कराया गया। जिसका नतीजा यह हुआ कि राज्य सरकार को मई तक करीब 3263 करोड़ से अधिक की सब्सिडी की बचत हुई है।