- बकरीद के मौके पर कोरोना नियमों का पालन कराने का निर्देश है
- लखनऊ के बकरा बाजार में भारी संख्या में लोग पहुच रहे हैं
- कोरोना संकट की वजह से योगी सरकार कांवड़ यात्रा पर रोक लगाई है
लखनऊ : ईद उल अजहा यानि बकरीद के लिए देश भर में तैयारी है। बकरीद के मौके पर पशुओं के बलिदान के लिए बाजार भी सज गए हैं। खास बात यह है कि इस उत्साह में लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं। लखनऊ के एक बाजार से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे यही कहानी बयां कर रही हैं। लखनऊ के बकरा बाजार में लोग बड़ी संख्या में अपने बकरों के लिए पहुंचे लेकिन लोगों के चेहरे पर कोई मास्क नजर नहीं आया। यहां तक कि सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं हुआ।
केंद्र पहले ही जारी कर चुका है एडवाइजरी
कोरोना के तीसरी लहर की आशंका के बीच केंद्र सरकार कोविड-19 प्रबंधन का सख्ती से पालन कराने के लिए राज्यों को एडवाइजरी पहले ही जारी कर चुकी है। लखनऊ के बकरा बाजार पहुंचे एक व्यक्ति ने कहा कि वह अफने बकरे को करीब 80,000 रुपए में बेचेगा। यहां बाजार में कोरोना का कोई असर नहीं है।
21 जुलाई को मनाई जाएगी ईद
देश में 21 जुलाई को बकरीद मनाई जानी है। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए यूपी सरकार ने पहले ही कांवड़ यात्रा पर रोक लगाई है। अब बकरीद को लेकर विशेष रूप से गाइडलाइन जारी की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बकरीद के मौके पर एक जगह पर 50 से ज्यादा लोगों की भीड़ एकत्रित ना हो इसे सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। सभी जगहों पर कोरोना नियमों का पालन कराने का निर्देश है। कोरोना नियमों का उल्लंघन होने पर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए हैं निर्देश
सीएम योगी ने कहा है अधिकारी ये देखें कि कहीं भी ऊंट या गोंवश की कुर्बानी ना दी जाए। राज्य में कोरोना के हालात का जायजा लेने के लिए अधिकारियों के साथ हुई बैठक में सीएम ने बकरीद को देखते हुए सभी उपाय करने का निर्देश दिया। तय एवं निजी स्थानों पर ही पशुओं की कुर्बानी दी जाएगी। इसके अलावा पशुओं एवं स्थानों की साफ-सफाई का भी ध्यान रखना होगा।