उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल (Lulu Mall) प्रबंधन ने गुरुवार को उन अज्ञात नमाजियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी, जिन्होंने मॉल के भीतर नमाज अदा की थी आरोप है कि नमाज पढ़ने वाले लोगों ने ऐसा कर धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा दिया और धार्मिक भावनाएं आहत कीं।
वहीं मॉल की ओर से साफ किया गया कि इस घटना में वहां का कोई भी कर्मचारी शामिल नहीं था। साथ ही वे लोग पुलिस की जांच-पड़ताल में पूरा सहयोग करेंगे। इसके बाद लखनऊ में लुलु मॉल में फिर हंगामा हुआ है। मॉल परिसर में घुसकर कुछ लोग अचानक से हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे, जबकि कुछ लोग इस दौरान बाहर बवाल काट रहे थे। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
लखनऊ के लुलु मॉल में सचमुच मस्जिद है, किसके इशारे पर लोग मॉल में पढ़ रहे हैं नमाज?
बताया जा रहा है कि मॉल में घुसने के बाद ये लोग हनुमान चालीसा पढ़ने लगे थे। इन दोनों को अरेस्ट कर लिया गया है, जबकि 15 लोग मॉल में घुसने को लेकर हो-हल्ला काट रहे थे उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।
मॉल में हनुमान चालीसा पाठ देखने को मिला
मॉल में हनुमान चालीसा पाठ तब देखने को मिला, जब मॉल प्रबंधन ने नोटिस लगाया था कि वह किसी भी तरह की धार्मिक प्रार्थना को अंदर अनुमति नहीं दे सकता है। मॉल में हर फ्लोर पर इससे जुड़े नोटिस भी चस्पा किए गए थे। मॉल प्रशासन की ओर से इसके साथ ही यह भी साफ किया था कि वे लोग हर धर्म का सम्मान करते हैं।
हिंदू संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि वे उसी जगह जुमे पर सुंदरकांड का पाठ करेंगे
इस बीच, लखनऊ के डीसीपी साउथ गोपाल चौधरी को क्राइम ब्रांच में शिफ्ट कर दिया गया है। दरअसल, पूरा विवाद मॉल में कुछ लोगों के नमाज पढ़ने से जुड़े वीडियो वायरल होने के बाद शुरू हुआ था। हिंदू संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि वे उसी जगह जुमे पर सुंदरकांड का पाठ करेंगे। बाद में मॉल में और चारबाग रेलवे स्टेशन पर भी नमाज पढ़े जाने के वीडियो आए थे, जिसके बाद मामला काफी गरमा गया।
वहीं इन घटनाओं के बाद मॉल प्रशासन खासा सख्त हो गया है और अब मॉल में आने जाने वाले वाहनों की सख्ती के साथ चेकिंग की जा रही है ताकि इस कोई विवाद की स्थिति उत्पन्न ना हो।