- शौर्य स्मारक के निर्माण के लिए हुई बैठक
- स्मारक के अनुरक्षण और पुन: उपयोग को लेकर तैयारी
- पर्यटन को गति देने में सहायक होगा शौर्य स्मारक
Shaurya Memorial in Lucknow: लखनऊ के पर्यटन को चार चांद लगने वाले हैं। गोमती नदी के किनारे प्रशासन शीघ्र ही शौर्य स्मारक बनवाएगा। इसको लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। गोमती रिवर फ्रंट स्वयं ही एक पर्यटन स्थल है। इसकी सुंदरता और लाइट शो देखने दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। अब गोमती के किनारे शौर्य स्मारक बन जाने से इसकी सुंदरता में और सितारे लग जाएंगे।
प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने गोमती नदी के किनारे गोमती शौर्य स्मारक की स्थापना के लिए छतर मंजिल परिसर का निरीक्षण किया। बैठक में स्मारक के अनुरक्षण एवं पुर्नउपयोग के संदर्भ में चर्चा हुई और डीपीआर तैयार करने सहित अन्य बिंदुओं पर उन्होंने निर्देश भी दिये।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
गोमती नदी के किनारे बनने वाला शौर्य स्मारक अपने आप में एक पहचान बनेगा। इसके निर्माण को लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है। लखनऊ में सरकारें अपने-अपने हिसाब से पार्क आदि का निर्माण कराती रहीं हैं। जो लखनऊ की शोभा में चार चांद लगाने का कार्य करती हैं। शौर्य स्मारक के निर्माण से गोमती नदी के किनारे एक और पर्यटन स्थल का विस्तार होगा। गोमती नदी के साथ-साथ लखनऊ की भी शोभा बढ़ेगी।
गुलिस्ताने इरम एवं दर्शन विलास कोठी का भी निरीक्षण
बता दें कि, शौर्य स्मारक के निर्माण आदि को पुरातत्व निदेशालय छतर मंजिल में बैठक भी आयोजित की गई थी। बैठक के बाद मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति द्वारा कैसरबाग हेरिटेज जोन के तहत स्थित संरक्षित स्मारक गुलिस्ताने इरम एवं दर्शन विलास कोठी का भी निरीक्षण किया। इसकी मरम्मत पर चर्चा करते हुए स्मार्ट सिटी योजना के तहत इसके अनुरक्षण एवं विकास के संदर्भ में सहमति प्रदान की गई। बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति, प्रमुख सचिव सिंचाई, मण्डलायुक्त लखनऊ, आवास आयुक्त, उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण, भारतीय नौ सेना के कैप्टन नवेन्दु सक्सेना, पुरातत्व निदेशक, संयुक्त निदेशक पर्यटक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी आदि उपस्थित थे।