- छात्रों ने सोशल मीडिया पर छेड़ा अभियान
- फंड का अभाव बताया जा रहा बड़ी वजह
- छात्रों को अब वीसी केयर फंड से उम्मीद
Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति बड़ी समस्या बन गई है। कई छात्रों का तो भविष्य दांव पर लग गया है, क्योंकि वे स्कॉलरशिप की वजह से ही पढ़ाई कर पा रहे हैं। ऐसे में अगर उन्हें स्कॉलरशिप के पैसे नहीं मिले तो वे पढ़ाई का खर्चा कैसे उठाएंगे? हालांकि स्कॉलरशिप के लिए विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ा हुआ है, लेकिन इसका भी उन्हें कोई फायदा नहीं मिल रहा है। स्कॉलरशिप को लेकर छात्रों को एक नहीं दोहरी समस्या का सामना करना पड़ा। पहले आवेदन करते समय परेशानी हुई। जब किसी तरह आवेदन सबमिट हुए तो अब छात्रवृत्ति के पैसे नहीं आ रहे।
पहले विधानसभा चुनाव की बात कही गई और अब फंड का अभाव आवेदन के स्टेटस पर लिखकर आ रहा है। बता दें कि, हजारों की संख्या में विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन किया हुआ है।
कई आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए थे
विद्यार्थियों का कहना है कि, आवेदन करने में तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई बार डॉक्यूमेंट सही न होने की बात कहकर बैंक ने उनका आवेदन रिजेक्ट कर दिया। जब तकनीकी दिक्कत दूर हुई तो आवेदन जमा होने में भी समस्या आई। किसी तरह आवेदन जमा हुए तो विधानसभा चुनाव के लिए लगी आचार संहिता का हवाला अधिकारियों ने दिया। अब जब चुनाव हो गए हैं तो, छात्रवृत्ति के पैसों के लिए इंतजार करना पड़ा रहा।
किसी के स्टेट्स में कुछ किसी में कुछ
आवेदन के स्टेटस में ‘स्कॉलरशिप नॉट सैंक्शन ड्यू टू अनएवेलिबिटी ऑफ फंड’ लिखकर आ रहा है। वहीं कुछ विद्यार्थियों के स्टेटस में ‘कोर्स फी इज नॉट फिक्सड एंड अपडेटेड’ लिखकर आ रहा है। इसे लेकर विद्यार्थी और ज्यादा तनाव में आ गए हैं, क्योंकि आवेदन करने वाले ज्यादा संख्या बीबीए, एमबीए, बीएलएड आदि प्रोफेशनल कोर्सों के विद्यार्थियों की है, जिनकी फीस काफी होती है। कुछ दिन बाद ही उनको नए सत्र की फीस देनी होगी। कुछ विद्यार्थी ऐसे भी हैं, जिनको जीरो फीस पर एडमिशन मिला है। अगर इस बार उनकी छात्रवृत्ति नहीं आई तो अगली बार उन्हें जीरो फीस पर एडमिशन भी नहीं मिलेगा।
सोशल मीडिया पर छेड़ा गया अभियान
स्कॉलरशिप की समस्या को लेकर विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया पर एक अभियान भी छेड़ रखा है। प्रदेश सरकार व सीएम ऑफिस को टैग करके विद्यार्थी जल्द से जल्द छात्रवृत्ति रिलीज करने की मांग कर रहे हैं। एक छात्र ने लिखा कि,' मैं काफी गरीब परिवार से आता हूं। परिवार की स्थिति ऐसी नहीं है कि फीस जमा कर सकूं। दिसंबर में मेरा आवेदन वेरिफाइड दिखा रहा है और अब कोर्स फी इज नॉट फिक्सड एंड अपडेट लिखकर आ रहा है। कुछ छात्रों ने यह भी लिखा है कि, अगर उनकी छात्रवृत्ति नहीं आई तो आगे उनकी पढ़ाई कैसे चलेगी?
वीसी केयर फंड से उम्मीद
जिन छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिली है, उन छात्रों को अब वीसी केयर फंड से उम्मीद है। क्योंकि जो छात्र एससी कैटेगरी के हैं और उनको सरकार द्वारा छात्रवृत्ति नहीं मिली है, उनको अगली क्लास में बिना फीस दिए एडमिशन नहीं मिलेगा। वीसी केयर फंड की शुरुआत हाल ही में उन विद्यार्थियों के लिए हुई, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
यूनिवर्सिटी प्रवक्ता ने कही ये बात
यूनिवर्सिटी प्रवक्ता दुर्गेश कुमार ने बताया कि समाज कल्याण विभाग को डाटा भेज दिया गया है। समाज कल्याण विभाग के स्तर से ही छात्रवृत्ति आती है। कुछ बच्चों की छात्रवृत्ति आ भी गई है। कुछ की रह गई है।