लखनऊ : थाईलैंड की महिला की लखनऊ में कोरोना से मौत मामले में पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरू कर दी। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद संजय सेठ के बेटे का नाम जुड़ने से यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया है। वहीं, इस मामले में अपने परिवार का नाम सामने आने पर भाजपा सांसद ने सफाई दी है। सेठ ने कहा है कि थाईलैंड की युवती की मौत मामले में उनके परिवार की कोई संलिप्तता नहीं है। सांसद ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर इस मामले की जांच करने की मांग की है। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि सेठ के बेटे ने 'अय्याशी' के लिए युवती को थाईलैंड से बुलवाया था।
28 अप्रैल को पहुंची थी लखनऊ
रिपोर्टों के मुताबिक 41 साल की यह युवती पर्यटक वीजा पर गत 28 अप्रैल को लखनऊ पहुंची। इसके कुछ दिन बाद वह कोरोना की चपेट में आ गई जिसके बाद उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां कोविड वार्ड में इलाज के दौरान तीन मई को उसकी मौत हो गई। महिला लखनऊ किस आम से आई थी, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। थाईलैंड की युवती की मौत मामले को लखनऊ पुलिस काफी गंभीरता से ले रही है। पुलिस ने महिला के स्थानीय संपर्कों की जांच और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
युवती के स्थानीय संपर्कों की जांच में जुटी पुलिस
इस हाई-प्रोफाइल मामले को देखते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने जांच के लिए डीसीपी (पूर्व) संजीव सुमन की अगुवाई में एक टीम बनाई है। इस टीम की रिपोर्ट के बाद मामले में आगे की जांच की जाएगी। वहीं, इस मामले को लेकर सपा ने भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं। सपा प्रवक्ता आईपी सिंह का आरोप है कि भाजपा सांसद के बेटे ने इस थाई महिला को 'एस्कॉर्ट' सेवा देने के लिए लखनऊ बुलाया था।
सपा प्रवक्ता ने लगाया आरोप, सीबीआई जांच की मांग
उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री सिंह ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। सिंह ने यूपी के सीएमओ और राष्ट्रीय महिला आयोग से भी इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच शुरू करने की अपील की है। वहीं, मामले में अपने बेटे का नाम आने पर भाजपा सांसद ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है।
भाजपा सांसद ने पुलिस कमिश्नर को लिखा पत्र
भाजपा सांसद ने कमिश्नर से कहा है कि इस प्रकरण में उनके बेटे का नाम किस आधार पर लिया जा रहा है, इसकी जांच होनी चाहिए। सेट ने इस मामले की गहराई से जांच करने की मांग की है।
भाजपा सांसद ने अपने एक ट्वीट में कहा कि उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने के लिए गलत खबरें फैलाई जा रही हैं। सेठ का कहना है कि इस मामले से उनका और उनके परिवार का कोई लेना-देना नहीं है।