- रजनी को अपनी भैंसो से बेपनाह मोहब्बत थी
- उसकी तीनों भैंसे एकाएक गायब हो गई
- अपनी भैंसों के गम में वह उदास हो गई और खाना-पीना तक छोड़ दिया
Lucknow News: कहते हैं कि प्रेम की कोई भाषा और आकार प्रकार नहीं होता। इसका दायरा अनंत होता है, जिसे लफ्जों के दायरे में समेटना मुश्किल है। मोहब्बत किसी को किसी से भी हो सकती है। प्यार की इंतेहा का एक ऐसा ही मामला यूपी के जालौन इलाके के गांव कुरोना से सामने आया है। जहां एक युवती अपनी भैंसों की जुदाई बर्दाश्त नहीं कर सकी और उदासी व गमी के साये में सिमट कर अपनी जान दे बैठी। गांव कुरोना की युवती रजनी के पिता बैनी केवट ने 3 भैंस पाल रखी थी।
युवती भैंसों की सारी देखभाल करती थी। रजनी को अपनी भैंसो से बेपनाह मोहब्बत थी। वह हर पल उनके आसपास साये की तरह मंडराती रहती थी। गत 8 जुलाई को हमेशा की तरह रजनी अपनी भैंसों को चराने के लिए बाहर ले गई। जहां पर चरते समय उसकी तीनों भैंसे एकाएक गायब हो गई। इसके बाद उसने अपनी चहेती भैंसों को हर तरफ तलाशा, मगर उनका कोई पता नहीं लगा। रजनी ने हिम्मत नहीं हारी और भैंसों को ढूंढती रही। इसके बाद जब भैंसे नहीं मिली तो वह निराश हो गई। उसकी मोहब्बत को किसी की नजर लग गई। अपनी भैंसों के गम में वह उदास हो गई और खाना-पीना तक छोड़ दिया।
डिप्रेशन में उठा लिया से कदम
मृतका के परिजनों के मुताबिक लगातार हताशा के चलते वह डिप्रेशन में रहने लगी। हर पल बस अपनी भैंसों को याद करके अपनी सुधबुध खो बैठती थी। इस बीच वह अत्यधिक तनाव के चलते फांसी के फंदे पर झूल गई। परिजन रजनी को झांसी में मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले गए। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रजनी की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मां-बाप का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में सन्नाटा पसर गया। ग्रामीण सदमें में है। इलाके के कई गांवों में अब हर कोई रजनी की जानवरों के लिए इस बेइंतहा मोहब्बत की चर्चा कर रहा है।