- बेहोश कर ई-रिक्शा लूटने वाले तीन बदमाश गिरफ्तार
- लखनऊ की दुबग्गा पुलिस की बड़ी कार्रवाई
- 11 ई-रिक्शे समेत अन्य सामान बरामद
Robbery From E Rickshaw Drivers: लखनऊ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बढ़े हुए नाखूनों में नशीला पाउडर भरकर लूट की वारदात को अंजाम देते थे। दुबग्गा थाने की पुलिस ने गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाशों के पास से 11 ई-रिक्शा और पांच ई-रिक्शा के कटे हुए पार्ट्स के साथ एक बाइक और रुपये बरामद किए हैं। आरोपियों के लूट करने की वारदात को लेकर हुए खुलासे से पुलिस भी हैरान है।
डीसीपी दक्षिणी राहुल राज ने बताया कि गिरोह के सदस्य अपने नाखूनों में नशीला पाउडर भरते थे। इसके बाद ई-रिक्शा बुक करते थे। रास्ते में चालक से दोस्ती कर उसे चाय या जूस पिलाते थे। आरोपी जूस और चाय में बड़ी होशियारी से नशीले पाउडर से भरे हुए नाखून डुबो देते थे।
गिरोह के तीन सदस्य पुलिस ने पकड़े
चाय या जूस पीने के कुछ देर बाद चालक बेहोश हो जाता था। इसके बाद बदमाश ई-रिक्शा, मोबाइल और नकदी लूट लेते थे। गिरफ्तार आरोपियों में हरदोई के अतरौली के भरावन पिपरगांव निवासी राजू राजपूत, ठाकुरगंज साईन नगर निवासी मो. आरिफ और सरफराजगंज निवासी साजिद अली शामिल हैं। एसीपी काकोरी आशुतोष कुमार के अनुसार, गिरोह का सरगना राजू है। राजू नशीली गोलियां लेकर पीसकर पाउडर बनाता था। इसके बाद आरोपी अपने और साथी साजिद के नाखून में भर लेता था। दोनों आरोपी ऐसे रास्ते को चुनते थे, जो सूनसान हो, जैसे दुबग्गा से आईआईएम रोड, हरदोई रोड और मोहान रोड। आरोपी यहां खड़े होकर ई-रिक्शा बुक करते थे।
चालक के बेहोश होने पर लूट लेते थे ई-रिक्शा
इसके बाद रास्ते में चालक से दोस्ती कर लेते थे। फिर किसी दुकान पर रोककर चाय या गन्ने का जूस लेते थे। इसके बाद चालक को देने से पहले ग्लास में होशियारी के साथ नाखून डुबो देते थे। नशीली चाय और जूस पीने के कुछ देर बाद चालक बेहोश हो जाता था। फिर आरोपी ई-रिक्शा, नकदी व अन्य सामान लूटकर फरार हो जाते थे। आरोपियों ने भिठौली चुंगी के पास से सीतापुर निवासी यशपाल का ई-रिक्शा बुक कराया था। उसको रास्ते में टिक्की खिलाई जिसके बाद यशपाल बेसुध हो गया। उसे पावर हाउस चौराहे के पास छोड़ कर आरोपी ई-रिक्शा लेकर भाग गए थे। पीड़ित ने दुबग्गा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी चोरी के ई-रिक्शे गैराज संचालक साजिद को बेच देते थे। लूटा गया मोबाइल और ई-रिक्शा बेचकर उसके रुपये बांट लेते थे। दोनों ने बाकी के 10 ई-रिक्शे आरिफ के घर पर छिपा रखे थे। छापेमारी कर वहां से 10 ई-रिक्शा और पांच के पार्ट्स बरामद कर लिए हैं।