- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आज से मुफ्त सफर की सुविधा खत्म हो गई
- आज से देना होगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स
- सभी टोल प्लाजा पर कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया हैं
Expressway Toll: उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे 341 किमी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आज से मुफ्त सफर की सुविधा खत्म हो गई। लखनऊ से गाजीपुर को जोड़ने वाले छह लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर रविवार से टोल लगना शुरू हो गया है। लखनऊ से गाजीपुर तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आवागमन 16 नवंबर 2021 से शुरू हो गया था। लेकिन, अब तक टोल नहीं देना पड़ता था। अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर रविवार से टोल टैक्स लगना शुरू हो गया। लखनऊ से गाजीपुर तक अलग-अलग श्रेणी के वाहनों के लिए 25 प्रतिशत तक की छूट के साथ टोल की दरें तय की गई हैं। वहीं आजमगढ़ जिले में तीन और गाजीपुर में एक जगह टोल लग रहा है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
यूपीडा के मीडिया सलाहकार ने बताया कि सभी टोल प्लाजा पर कर्मचारियों को रविवार सुबह से ही तैनात कर दिया गया हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लखनऊ से गाजीपुर तक अलग-अलग गाड़ियों के लिए साल 2022-23 के लिए टोल दरें 25 प्रतिशत की छूट के अनुसार निर्धारित की गयी हैं. कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहनों के लिए 675 रुपये, हल्के व्यवसायिक वाहन, हल्के माल वाहन या मिनी बसों के लिए 1065 रुपये, बस या ट्रक के लिए 2145 रुपये टोल की दरें होंगी। वहीं अगर ओवरसाइज्ड व्हीकल की बात करें मतलब 7 या अधिक पहिये वाले वाहनों के लिए 4185 रुपये टोल टैक्स देना होगा।
लखनऊ से गाजीपुर तक 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर अब रविवार से टोल वसूला जा रहा है। आजमगढ़ में तीन स्थानों फूलपुर तहसील के फुलवरिया, सगड़ी तहसील के सेहदा और सदर तहसील के सठियांव में टोल प्लाजा बनाया गया है।
सेहदा टोल प्लाजा
वहीं शनिवार को टोल प्लाजा के कर्मचारी तैयारियों को अंतिम रूप में देने में जुटे रहे। सेहदा टोल प्लाजा का निर्माण काफी पहले ही पूरा कर लिया गया था। इसलिए इसे शुरू करने के लिए तैयारी की जरूरत नहीं है। अन्य दो जगह शनिवार को कर्मचारी व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटे रहे। गाजीपुर में मरदह में स्थापित टोल प्लाजा पर एक दिन पहले तक तैयारियां जोर-शोर से चलती रहीं। अगर बात मऊ जिले करें तो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा नहीं बना गया है। लखनऊ से गाजीपुर तक दो मुख्य टोल प्लाजा समेत कुल 13 टोल प्लाजा बनाया गया है। एक्सप्रेस-वे के बीच के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर 11 छोटे टोल प्लाजा बनाए गए हैं। बीच में कहीं से भी सफर शुरू करने वाले को टोल टैक्स देना होगा। टोल की ये दरें चालू वित्त वर्ष में प्रभावी रहेंगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
प्रदेश का 341 किलोमीटर लंबा ये सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे है. जो लखनऊ के चांदसराय से शुरू होकर गाजीपुर के हैदरिया गांव में खत्म होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बन जाने के बाद राष्ट्रीय दिल्ली और लखनऊ से पूर्वी उत्तर प्रदेश सीधे जुड़ गया है। जिससे पूर्वांचल के लोगों के साथ-साथ बिहार के लोगों को भी सफर करने में काफी सुविधा होगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों से होकर जाता है। इनमें लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर शामिल है।इसका जुलाई 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की नींव रखी थी।
सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग की सुविधा जल्द
आज सुबह आठ बजे से टोल लगना प्रारंभ हो गया। सप्ताह भर के भीतर सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग से भुगतान की व्यवस्था कर दी जाएगी। अभी जिस टोल प्लाजा पर फास्टैग से भुगतान की व्यवस्था नहीं है, वहां नकद भुगतान करना होगा। फिलहाल वाहनों को टोल टैक्स नकद भुगतान करना होगा। प्रयास है कि दो-तीन दिन के भीतर सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग से भुगतान की व्यवस्था कर दी जाए। एक्सप्रेस-वे पर जितनी दूरी तय करेंगे, उसी अनुपात में टोल टैक्स चुकाना होगा। फास्टैग की व्यवस्था पूरी तरह से लागू होने पर जहां से चढ़ेंगे और जहां उतरेंगे, उतनी दूरी का टोल टैक्स स्वत: खाते से कट जाएगा।