- कानपुर के बाद लखनऊ में मिले हैं जीका वायरस से संक्रमण के दो केस
- स्वास्थ्य एवं चिकित्सा महानिदेशक डॉ. वेद व्रत सिंह ने केस मिलने की पुष्टि की
- कानपुर में जीका वायरस से संक्रमण की संख्या 100 के पार चली गई है
लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जीका वायरस (Zika Virus) अपने पांव पसारने लगा है। कानपुर (Kanpur) के बाद इस वायरस से संक्रमित होने के दो केस राजधानी लखनऊ (Lucknow) में मिले हैं। यूपी सरकार में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा महानिदेशक डॉ. वेद व्रत सिंह ने बताया है कि लखनऊ के हुसैनगंज एवं एलडीए कॉलोनी में जीका वायरस से संक्रमित होने के मामले सामने आए हैं। कानपुर के बाद लखनऊ में जीका वायरस के दस्तक देने के बाद स्थानीय अधिकारी हरकत में आ गए हैं। कन्नौज में भी इस वायरस से संक्रमित होने का एक केस मिला है।
कानपुर में संक्रमण की संख्या 100 से ऊपर
कानपुर में पिछले एक महीने में इस वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 105 हो गई है। इनमें से 17 लोग उपचार के बाद ठीक हो गए हैं। कानपुर में जीका वायरस से संक्रमण के अभी कथित रूप से 88 एक्टिव केस हैं। कानपुर में जीका वायरस के मामलों में आई तेजी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कानपुर का दौरा किया और जिले के स्वास्थ्य एवं अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जीका वायरस मुख्य रूप से मच्छर के काटने से फैलता है। इससे संक्रमित होने पर व्यक्ति में हल्का बुखार, शरीर पर धब्बे, मांसपेशियों में दर्द,सिरदर्द और बेचैनी जैसे लक्षण दिखते हैं।
एडीज मच्छर के काटने से फैलता है वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक एडीज मच्छर आम तौर पर दिन में लोगों को काटते हैं। इसी एडीज मच्छर के काटने से डेंगू और चिकनगुनिया भी होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय है कि जीका वायरस से संक्रमित होने पर गंभीर समस्या नहीं होती लेकिन यह गर्भवती महिलाओं के लिए घातक हो सकता है। उत्तर प्रदेश से पहले जीका वायरस से संक्रमण के केस केरल एवं महाराष्ट्र में सामने आ चुके हैं।
बड़े पैमाने पर नमूने एकत्र किया जा रहा
कानपुर में एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नमूने एकत्र करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि अधिकांश लोग जो जीका से संक्रमित हैं लेकिन उनमें लक्षण नहीं हैं। डोर-टू-डोर सर्वेक्षण और लोगों के नमूने लिए जा रहे हैं। विशेष रूप से प्रभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं के नमूने लेने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, रेडियोलॉजी केंद्रों को सतर्क कर दिया गया है।