लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से दिये कोरोना के पूर्ण खात्मे का मंत्र 'टेस्ट, ट्रीट और ट्रेस' रंग लाने लगा हैं। सरकार की ओर से दिया गया मोहल्ला प्रमुख का फार्मूले भी काफी कारगर साबित हो रहा है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश भर में कोरोना के टेस्ट बढ़ते जा रहे हैं और संक्रमितों की संख्या भी जबरदस्त रूप से घट रही है। प्रदेश के लोगों के लिये अच्छी खबर यह है कि सरकार के लगातार प्रयासों की वजह से बीते 24 घंटों में प्रदेश में 29,192 नए कोविड केस की पुष्टि हुई है, जबकि इसी अवधि में 38,687 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं।
प्रदेश में अब तक 10,43,134 लोगों ने कोविड को हराकर आरोग्यता प्राप्त की है। 02 लाख 97021 टेस्ट परसों हुए थे। जिस दिन मतगणना शुरू हुई थी। बीते 24 घंटो में 2,29,440 सैम्पल टेस्ट हुए, जिसमें 1,29,000 टेस्ट केवल आरटीपीसीआर माध्यम से हुए।
यूपी में हुए रिकॉर्ड कोविड टेस्ट, आरटीपीसीआर टेस्टिंग ने भी बनाया रिकॉर्ड
88 हजार 753 टेस्ट प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में किये गए जबकि 3642 टेस्ट जिला अस्पतालों में सम्पन्न हुए। केंद्रीय प्रयोगशालाओं में 22518 टेस्टिंग की गई। निजी लैब्स में 14113 कोविड टेस्ट सम्पन्न हुए। प्रदेश में बीते 24 घंटो में 2,29,440 सैम्पल टेस्ट किये गए। यूपी में अबतक 4 करोड़ 13 लाख 62 हजार 46 कोविड टेस्ट किये जा चुके हैं।
10 दिनों में हुई टेस्टिंग ने संक्रमण को कम करने का किया काम
यूपी में पिछले दस दिनों में लगातार टेस्टिंग की संख्या में रिकॉर्ड इज़ाफ़ा करके यूपी सरकार ने रिकार्ड बना दिया है। 24 अप्रैल को 1,86000 हुए तो मिले 38 हजार संक्रमित मरीज मिले थे। लगातार दस दिनों में हुई टेस्टिंग ने संक्रमण को कम करने के लिये बड़ा काम किया है। यही वजह है कि संक्रमितों की संख्या भी घटती जा रही है। कोविड जांच के अनुपात में संक्रमण जो पहले 22 प्रतिशत था, दस दिन में संक्रमण आधे से ज्यादा घटकर 10 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
Test, Treat और Trace जैसी एग्रेसिव रणनीति रही कामयाब
योगी सरकार की ट्रेस्ट, ट्रीट और ट्रेस जैसी एग्रेसिव रणनीति की वजह से मरीज की जल्दी पहचान हो रही हे और उसका इलाज हो जा रहा है। इसकी वजह से पॉजिटिविटी रेट भी घटने लगा है। प्रदेश भर में विशेष स्वच्छता अभियान, संर्विलांस, वृहद् स्तर पर शुरू हुआ टीकाकरण का अभियान, निगरानी समितियों की ओर से प्रवासियों की जांच जैसे कोरोना से लड़ने के हथियारों से सरकार कारोना से जीतने में जुटी है।
होम आईसोलेशन को बढ़ावा देकर मरीजों को दी जा रही डॉक्टरों की सलाह, दवाई भी इस कड़ी में कारगर साबित हुआ है। इन सबके परिणामों से प्रदेश की सेहत में सुधार आता जा रहा है।