- अब केवल रविवार को ही रहेगी साप्ताहिक बंदी
- सरकार ने अब दो की बजाए एक दिन ही बंदी का निर्णय लिया
- अभी शनिवार और रविवार को साप्ताहिक बंदी अनिवार्य रूप से लागू थी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोविड-19 (COVid 19) की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए दो दिवसीय साप्ताहिक बंदी (Weekend Lockdwon) में आंशिक छूट दिए जाने पर आज चर्चा हुई, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दो दिवसीय साप्ताहिक बंद में आंशिक छूट पर विचार करने का निर्देश दिया। वीकेंड लॉकडाउन को समाप्त करते हुए शनिवार का लॉकडाउन यूपी सरकार द्वारा समाप्त कर दिया गया है वहीं रविवार लॉकडाउन के साथ रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा।
अपर मुख्य सचिव, गृह, यूपी सरकार अवनीश अवस्थी ने ट्वीट कर बताया कि-14 अगस्त से सोमवार से शनिवार तक सुबह 6 बजे से शाम 10 बजे तक लोगों की आवाजाही की अनुमति है। लोगों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना और सैनिटाइटर का उपयोग करना होगा। रविवार लॉकडाउन/कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा।
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया, प्रत्येक स्थान पर प्रत्येक दशा में कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराया जाए। कहीं भी अनावश्यक भीड़भाड़ न हो, पुलिस की गश्त सतत जारी रहे। नवीन व्यवस्था के संबंध में समुचित दिशा-निर्देश प्रस्तुत किये जाएँ।'
अभी शनिवार और रविवार थे साप्ताहिक बंदी के दिन
गौरतलब हैं कि जुलाई माह में, राज्य सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसके अनुसार सोमवार से शुक्रवार तक बाजार, दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई थी, जबकि शनिवार और रविवार साप्ताहिक बंदी के दिन थे। अपर मुख्य सचिव सूचना ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। उन्होंने बताया कि बुधवार को जनपद अलीगढ़, अमेठी, चित्रकूट, एटा, फिरोजाबाद, गोंडा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, प्रतापगढ़, शामली और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड मुक्त हैं।
1 सितंबर से खुल सकते हैं स्कूल
औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक परीक्षण हो रहे हैं, विगत 24 घंटे में हुई दो लाख 39 हजार 909 जांच में 59 जिलों में संक्रमण का एक भी नया मामला नहीं पाया गया, जबकि 16 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में उपचाराधीन मामलों की संख्या 505 रह गई है। बयान के अनुसार बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कक्षा छठी से आठवीं तक की कक्षाओं में नवीन प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए तथा स्थिति का आकलन करते हुए इन विद्यालयों में 1 सितंबर से पठन-पाठन शुरू किया जा सकता है।