- यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ विधानसभा परिसर में किया ध्वजारोहण
- इस अवसर पर संबोधित करते हुए योगी ने कहा- अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी जी को कोटि-कोटि नमन
- हम सबको देश की स्वाधीनता के महत्व को समझना होगा - योगी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शनिवार को विधानभवन में ध्वाजारोहण किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए देशवासियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, 'आज का दिन हम सबके लिए उत्साह और उमंग का दिन है। हम सब जानते हैं कि अनगिनत त्याग और बलिदान के फलस्वरूप 15 अगस्त 1947 को देश को स्वाधीनता प्राप्त हुई थी। मैं इस अवसर पर सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी जी को कोटि-कोटि नमन करता हूं। मैं देश की सुरक्षा के लिए शहीद होने वाले उन सभी सपूतों को कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करते हुए, विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। कोविड-19 के विरुद्ध देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार से व्यवस्थित रूप में कार्ययोजना प्रारम्भ हुई, उसी का परिणाम है कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत, सुरक्षित और संतोषजनक स्थिति में है।'
कोरोना वॉरियर्स को किया सलाम
कोरोना वॉरियर्स की तारीफ करते हुए योगी ने कहा, 'मैं इस अवसर पर हृदय से इन सभी का अभिनंदन करता हूं। जिन लोगों ने दूसरों की सेवा व जान बचाते हुए, संकमण की वजह से अपनी जान गंवाई है, ऐसे सभी कोरोना वॉरियर्स को भी मैं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। कोविड-19 के खिलाफ देश की इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए कोरोना वॉरियर्स के रूप में हमारे जनप्रतिनिधियों, शासन-प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों, स्वास्थ्यकर्मियों, स्वच्छताकर्मियों, पुलिस और मिलिट्री से जुड़े जवानों ने सराहनीय कार्य किया है। जब देश 74वां स्वाधीनता दिवस मना रहा है, तब स्वाभाविक रूप से हम सबको देश की स्वाधीनता के महत्व को समझना होगा और इस स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए सार्थक प्रयास, प्रत्येक भारतवासी के स्तर पर हो सकते हैं, इसका भी अवश्य ध्यान रखना होगा।'
बेहतर परिणाम देने में सफल रहा यूपी
सरकार के कार्यों का बखान करते हुए योगी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडर्स, गरीबों और प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को खाद्यान्न और भरण-पोषण उपलब्ध करवाने का कार्य किया गया। हमारी मशीनरी ने यह साबित किया कि उत्तर प्रदेश, देश में बेहतर परिणाम देने की स्थिति में है। साथ ही एक टीम भावना के साथ अपनी सहभागिता सुनिश्चित की है। इसका परिणाम रहा कि उत्तर प्रदेश, देश में सबसे बड़ी आबादी का राज्य होने के बावजूद बेहतर परिणाम देने में सफल हुआ। मैं इसके लिए अपने सभी सहयोगियों का भी हृदय से अभिनंदन करता हूं।'
प्रवासियों का जिक्र
किसानों और प्रवासी मजदूरों का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में कोरोना कालखंड के दौरान अपने अन्नदाता किसानों के लिए जिस प्रकार की कार्ययोजनाएं प्रारम्भ हुईं चाहे वह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को सफलतापूर्वक लागू करने का कार्य हो, या फिर लॉकडाउन के दौरान उनके पास मशीनरी उपलब्ध हो जाए यह व्यवस्था रही हो। कोरोना कालखण्ड के दौरान प्रदेश में 119 चीनी मिलों व ढाई हजार से अधिक कोल्ड स्टोरेज का सफलतापूर्वक संचालन किया गया व कहीं कोई संक्रमण की स्थिति नहीं पैदा हुई। इस प्रकार कार्यकुशलता का एक आदर्श प्रस्तुत हुआ है। 40 लाख से अधिक प्रवासी कामगार/श्रमिक वापस उत्तर प्रदेश में आए। लोगों को लगता था कि इतनी बड़ी आबादी आएगी तो अराजकता फैलेगी। हम लोगों ने उस समय भी कहा था कि उत्तर प्रदेश का दिल बहुत बड़ा है।'