लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को शामली जिले के कैराना पहुंचे, जहां उन्होंने कथित रूप से परेशान किए जाने के कारण पलायन करने के बाद वापस लौटे परिवारों से मुलाकात कर उनके लिए मुआवजे का ऐलान किया तो विपक्षी दलों के नेताओं पर भी खूब सियासी ताना कसा। उन्होंने खास तौर पर उन नेताओं को लेकर तंज किया, जिनका पिछले कुछ समय में मंदिरों का दौरा बढ़ गया है। इसे सियासी फायदे के लिए किया जा रहा दौरा करार देते हुए सीएम योगी ने कहा कि अन्य पार्टियों के लिए यह राजनीतिक मुद्दा हो सकता है, लेकिन बीजेपी के लिए राष्ट्रीय गौरव और प्रतिष्ठा सबसे बड़ी चीज है। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि जो हिंदू पहले मंदिरों में जाने से हिचकते थे, वे अपने हिंदू धर्म को दर्शाने के लिए अपने माथे पर लंबा टीका लगा रहे हैं।
कैराना से हिंदुओं के पलायन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटनाओं की प्रवृति को उलट दिया है। जिन लोगों की वजह से लोग अपना घर छोड़कर निकलने पर मजबूर हुए, वे अब खुद इस जगह को छोड़ रहे हैं। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, कैराना पलायन या मुजफ्फरनगर दंगा बीजेपी के लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि देश के गौरव और प्रतिष्ठा का मामला है। उन्होंने कहा, केवल वे राजनीतिक दल और नेता ही दंगाइयों का सम्मान करते हैं जिनके लिए वोट बैंक महत्वपूर्ण है।
'यह धर्मचक्र है, यह घूमेगा'
उत्तर प्रदेश के सीएम ने दावा किया कि पिछली सरकारों ने पीड़ितों की जाति या धर्म नहीं देखा था जब मुजफ्फरनगर में हिंदुओं की हत्या की गई थी और उनके घर जलाए गए थे। लेकिन यह एक धर्मचक्र है। यह घूमेगा। उत्तर प्रदेश में 'बदलती संस्कृति' का हवाला देते हुए सीएम योगी ने कहा, जो हिंदू पहले मंदिरों में जाने से हिचकते थे, वे अपने हिंदू धर्म को प्रदर्शित करने के लिए आज अपने माथे पर लंबा टीका लगा रहे हैं।
उन्होंने इस दौरान प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) बटालियन शिविर और अन्य परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। उन्होंने उन लोगों से भी मुलाकात की, जो 2016 में कैराना छोड़ने के बाद अब एक बार फिर लौट आए हैं। 2017 में यूपी के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह शहर का उनका पहला दौरा रहा।
सीएम योगी ने कहा, '2014 और 2016 के बीच, कैराना में कई हिंदू परिवार दूसरे समुदाय से जबरन वसूली की धमकी के कारण पलायन कर गए थे। हालांकि मेरे शासन में, जिन्होंने आपको कैराना छोड़ने के लिए मजबूर किया, वे अब खुद इस जगह को छोड़ने को मजबूर हो गए, क्योंकि वे जानते हैं कि उन्हें उनके बुरे कर्मों का नतीजा भुगतना होगा।